जयपुर। देशभर में एक टैक्स सिस्टम सभी पेट्रोल-डीजल पर भी लागू हो। इसके लिए पेट्रोल पंप संचालकों ने राष्ट्रव्यापी संगठन का गठन किया है। नेशनल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के नाम से बने इस संगठन का मुख्य संयोजक महेश चंद्र बुंदेला को बनाया है। जयपुर में संगठन से जुड़े प्रतिनिधियों की आयोजित बैठक में इस संगठन के गठन का मुख्य उद्देश्य पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना है। संगठन के प्रवक्ता अरूण शर्मा ने बताया- जल्द ही देश के दूसरे प्रांतों में संचालित पेट्रोल पंप संचालकों से बात करके इस संगठन का विस्तार किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी मुख्य संयोजक को दी है। उन्होंने बताया- पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के साथ ही हमारी अन्य मांगे है। इसमें डीजल-पेट्रोल के मार्जिन को बढ़ाने, कम बिक्री वाले एरिया में पेट्रोल पंप संचालकों को विशेष मार्जिन देने। अपूर्वचंद्र कमेटी की सिफारिशों के लागू किया जाए।
बॉर्डर एरिया के पेट्रोल पंप संचालकों बहुत नुकसान उठाना पड़ता
संगठन के मुख्य संयोजक ने बताया कि आज अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग टैक्स (वैट सिस्टम) लागू होने से बॉर्डर एरिया के पेट्रोल पंप संचालकों बहुत नुकसान उठाना पड़ता है। कई तेल माफिया कम टैक्स वाले राज्यों से टैंकों में सस्ता तेल भरवाकर ज्यादा टैक्स वाले राज्यों में बेचते है, जिसे प्रशासन रोकने में नाकाम है। अगर पूरे देश में पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में आ जाएगा तो सभी जगह एक ही रेट पर पेट्रोल-डीजल मिलेगा और इससे आमजन को भी फायदा होगा।