दौसा। जिले की शोभा शर्मा खुद दिव्यांग होते हुए भी दिव्यांगों के लिए काम कर रही है। उन्हें सशक्त बनाकर संबल दे रही हैं और उनके लिए एक प्रेरणा भी बन रही है। वैसे तो शोभा शर्मा दिव्यांगों के लिए कई तरह से संबल देने का काम कर रही हैं, लेकिन रविवार उन्होंने एक अनूठी पहल करते हुए दिव्यांग जोड़े की धूमधाम से शादी रचाई। दरअसल, महाराष्ट्र के पुणे की निवासी नेत्रहीन प्रतिभा और हनुमानगढ़ के भादरा का निवासी लो विजन का युवक जितेंद्र पिछले दिनों शोभा के संपर्क में आए। जिसके बाद उन दोनों की काउंसिलिंग करवाकर उनकी परिजनों से बात कर आपसी सहमति के बाद दौसा के सुखदेश्वर महादेव मंदिर में धूमधाम से शादी कराई। विवाह बंधन में बंधे नेत्रहीन दुल्हन प्रतिभा एमए पास है और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रही है। जबकि दूल्हा जितेंद्र किराने की दुकान करता है। शादी को लेकर दोनों ही बेहद खुश हैं। दूल्हा जितेंद्र पहले से ही आत्मनिर्भर है, लेकिन दुल्हन प्रतिभा भी अपनी काबलियत के दम पर सरकारी नौकरी पाकर आत्मनिर्भर बनना चाहती है और उसके लिए वह प्रयासरत है ।
दिव्यांग पति-पत्नी चलाते हैं संस्था
शोभा शर्मा ने दिव्यांगों की मदद के लिए नारी शक्ति शोभा ट्रस्ट बनाया हुआ है और उसके माध्यम से वह लगातार दिव्यांगों की सेवा में जुटी हुई है। शोभा शर्मा के पति भी दिव्यांग हैं और इस काम में शोभा को उनके पति का भी पूरा सहयोग मिलता है। शोभा का कहना है सभी लोगों को दिव्यांगों की मदद करनी चाहिए, खासकर उनके माता-पिता को भी उनकी भावनाएं समझते हुए उन्हें आगे बढ़ाना चाहिए ताकि वह आत्मनिर्भर बन सकें।