बिजौलिया (बलवंत जैन)। बिजौलिया कस्बे का वर्षों पुराना छोटा फील्ड खेल का मैदान इन दिनों पूर्व पंचायत की उदासीनता के चलते दयनीय अवस्था से गुजर रहा है। वर्षों से यह खेल मैदान अपनी प्राकृतिक स्थिति में होते हुए भी खिलाड़ियों के लिए वरदान से कम नहीं था। किंतु दो साल से पंचायत ने खेल मैदान को ओर अधिक डेवलप करवाने के नाम पर इसे और खराब स्थिती में लाकर खड़ा कर दिया। इन दो सालों में विकास के नाम पर रपट पर सफेद चुना ओर मलबा डालकर साथ ही चारदीवारी कर बाउंड्री तो करवा दी। किंतु अब तक इसे पूर्ण रूप से खेलने लायक मैदान में नहीं बदल पाए। वर्तमान में यह खेल मैदान लगभग 2 सालों से वीरान बंजर भूमि खरपतवार खलिहान के रूप में परिवर्तित हो रहा है। कस्बे के खेल प्रेमियों ने बताया कि जब इस छोटे फील्ड पर किसी प्रकार का निर्माण नहीं था चार दिवारी नहीं थी और जिस प्रकार से प्राकृतिक रूप से यह था। यहां पर खेल प्रेमी सुबह-शाम खेलने आते थे। 2 साल पहले यहां पर फुटबॉल क्रिकेट आदि टूर्नामेंट और अन्य प्रतियोगिताएं खेल से संबंधित होती थीं।
किंतु वर्तमान में इस खेल मैदान की हालत विकास करवाने के नाम पर दयनीय हो चुकी है। चार दिवारी बाउंड्री होने के बाद लगभग 2 साल से एक भी मैच यहां पर नहीं खेला गया। जो खेल मैदान की रपट है उस पर चौक का व्हाइट वॉश डालने से जगह एकदम ऊबड़ खाबड़ हो चुकी है। साथ ही इस फील्ड पर बड़ी-बड़ी खरपतवार भी उग चुकी है। अब यह खेल मैदान सिर्फ नाम का खेल मैदान रह गया है। पूर्व पंचायत के द्वारा इस खेल मैदान को विकसित करने की घोषणा तो की गई पर मध्य में ही इसे अधूरा छोड़ दिया गया। खेल मैदान की इस स्थिति से सभी खेल प्रेमियों में निराशा है।
उक्त विषय को लेकर पूर्व पंचायत सचिव विनोद तोषनीवाल का कहना है कि इस पंचायत का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और बिजौलिया नगर पालिका बन चुकी है। अब एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पद पर अधिकारी के आने के पश्चात सर्वप्रथम प्राथमिकता इस खेल मैदान को सही करवाने के लिए दी जाएगी। इस विषय को लेकर को पूर्व सरपंच एवं वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष पूजा चंद्रवाल का कहना है कि पंचायत भंग होने से सारे काम अटक गए है। नगर पालिका एग्जीक्यूटिव ऑफिसर आने के बाद ही अटके हुए कार्य पूरे हो पाएंगे। जिसमें खेल मैदान हमारी पहली प्राथमिकता रहेगी।