अलवर। जिले के राजगढ़ की ग्राम पंचायत श्रीचंदपुरा के बड़ला गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत खोदे गए दो ट्यूबवैलों का मिलान व विद्युत कनेक्शन करने पहुंचे प्रशासन को ग्रामीण महिलाओं का विरोध झेलना पड़ा। महिलाओं ने पाइपलाइन डालने के लिए खोदी जगह को वापस मिट्टी से भर दिया। प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारियों ने महिलाओं पर मुकदमा लगाने की धमकी को भी अनुसना कर दिया।
श्रीचंदपुरा के बड़ला गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत घर-घर पानी पहुंचाने के लिए 83 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे। उक्त योजना में दो नलकूप, बड़ला गांव की पहाड़ी पर एक टंकी व 6 हजार 674 मीटर पाइप लाइन बिछाने का कार्य स्वीकृत हुआ था। जिसमें बड़ला गांव में पहाड़ी पर टंकी बना दी गई तथा श्रीचंदपुरा गांव की पहाड़ी की तलहटी में दो नलकूप खोद दिए गए। तीन किलोमीटर पाइप लाइन बिछा दी गई। पेयजल योजना का कार्य 8 अक्टूबर 2022 को पूर्ण करना था। लेकिन श्रीचंदपुरा गांव के ग्रामीणों ने गांव से बड़ला गांव में पानी ले जाने का विरोध करना शुरू कर दिया। जिसके कारण बड़ला गांव की जल जीवन मिशन योजना का कार्य विगत दो वर्षाे से अधूरा पड़ा हुआ हैं।
एसडीएम सीमा खेतान ने बताया कि जेजेएम योजना के तहत श्रीचंदपुरा गांव में बड़ला गांव की दो बोरिंग करवाई गई थी। उक्त बोरिंगों से बड़ला गांव के लिए पानी की सप्लाई होनी थी। श्रीचंदपुरा पंचायत के लिए अलग से दो बोरिंग हैं जिनसे श्रीचंदपुरा गांव में पेयजल सप्लाई चालू हो गई हैं। बड़ला गांव में पेयजल सप्लाई नहीं हो पाई हैं। श्रीचंदपुरा के ग्रामीण विरोध कर रहे हैं कि बड़ला गांव में पानी नहीं जाने देगें। इसे लेकर पहले भी काफी समझाइश की गई थी। सोमवार को समझाइश कर बिजली कनेक्शन तथा बोरिंग चालू करने के लिए श्रीचंदपुरा गांव पहुंचे। लेकिन इसी दौरान महिलाएं मौके पर आ गई। उन्होंने पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदी गई नाली को वापस मिट्टी से भर दिया। विरोध को देखते हुए कार्यवाही को रोक दिया गया। इस मौके पर तहसीलदार वीपी सिंह नरूका, जलदाय विभाग, विद्युत वितरण निगम के अधिकारी एवं कार्मिक तथा टहला थानाधिकारी बृजेश सिंह तंवर पुलिस जाब्ते के साथ मौजूद रहे।