उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय का भू-विज्ञान विभाग अपनी स्थापना के प्लेटिनम जुबली 2024-2025 को लेकर अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। यह संगोष्ठी 19 से 21 दिसम्बर तक उदयपुर में विभाग कैम्पस में होगी। भ-ूविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डाँ. रितेश पुरोहित ने बताया कि संगोष्ठी का विषय पृथ्वी -आर्कियन से प्रोटीरोजोईक काल रखा गया है। उन्होंने बताया कि संगोष्ठी का मूल उद्देश्य पृथ्वी की उत्पति जो कि करीब 460 करोड़ वर्ष पूर्व मानी गई है से लेकर 75 करोड़ वर्ष पूर्व तक के कालखण्ड में वैश्विक स्तर पर हुए भूविज्ञानी एवं भूआकृतिक बदलावों पर चर्चा की जाएगी।
साथ ही पृथ्वी पर जीवन का उद्भव एवं प्रारम्भिक काल का जीवन, शैल एवं खनिज निर्माण प्रक्रियाएं, पृथ्वी पर आए संरचनात्मक बदलावों आदि पर विगत वर्षों में हुए नवीन अनुसंधान एवं तकनिकी विकास के बारे में चर्चा करना है। पुरोहित ने बताया कि राजस्थान की अरावली पर्वतमाला का निर्माण भी इसी काल के दौरान हुआ था। संगोष्ठी के दौरान 4 तकनिकी सत्रों एवं 1 विषेष सत्र में 105 शोध पत्रों का वाचन किया जाएगा। संगोष्ठी के संयोजक अखिल द्विवेदी ने बताया कि 19 दिसम्बर 2024 को प्रातः 10.30 बजे संगोष्ठी का उद्घाटन केन्द्रीय विश्वविद्यालय पंजाब के कुलपति प्रोफेसर आर.पी. तिवारी करेगें।
विशिष्ठ अतिथि गुजरात खनिज विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक रूपसिंह रावत, ऑइल इन्डिया लिमिटेड के मुख्य महाप्रबन्धक सुमित्रों गोस्वामी एवं भू-विज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ए.बी. राय होगें। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुनिता मिश्रा करेगी।
डा. अंकुश और डा. अंजलि ने बताया कि 21 दिसम्बर 2024 को अपरान्ह 2.30 बजे समापन समारोह होगा। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में गुजरात खनिज विकास निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाँ. दीपक सिन्हा एवं विशिष्ठ अतिथि के रूप में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला अहमदाबाद के वैज्ञानिक जे.एस. रोय, खान एवं भू-विज्ञान विभाग राजस्थान के अतिरिक्त निदेशक दीपक तंवर एवं भू-विज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस.सी. खोसला को आमंत्रित किया गया है। अध्यक्षता सुविवि के विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रोफेसर एम.एस.ढाका करेंगे। प्रो. विनोद अग्रवाल ने बताया कि संगोष्ठी में देश-विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों, शोध एवं अनुसंधान केन्द्रों एवं सरकारी विभागों के 250 शोधकर्ता एवं भू-वैज्ञानिक भाग लेगें। विदेश से आमंत्रित वक्ता अमेरिका से प्रो. जोसफ मेरिट, ब्रिटेन से प्रो. ग्राहम शिल्ड, चीन से प्रो. वेंग एवं प्रो. सन्तोष, स्विजरलेण्ड से प्रो. पीटर, आस्ट्रेलिया से प्रो. झाऊ, जर्मनी से प्रो. मार्क भी अपनी बात रखेंगे।