हनुमानगढ़। जिले में खेत की सीमा से बाहर जाकर बुवाई करने की बात को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद में एक पक्ष ने लाठी, डंडे, कस्सी और लोहे की रॉड से लैस होकर दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया। हमले में सिर में कस्सी लगने से एक व्यक्ति घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस मामले में भादरा पुलिस थाने में तीन नामजद और कई अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
पुलिस के अनुसार राजपाल (50) पुत्र बनवारी लाल बिश्नोई निवासी गांव करनपुरा पीएस भादरा ने लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसने अपनी कृषि भूमि चक आठ एमएसआर में ढाणी बना रखी है। इसमें बकरी फार्म बना रखा है। इसके साथ ही नई दिशा नशा मुक्ति केन्द्र का संचालन करता है। सात दिन पहले बारिश होने पर उसने अपने खेत में ग्वार की फसल की बुवाई की थी। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे वह और उसके साथ 5 अन्य व्यक्ति बकरी फार्म में बैठे थे। उसी समय धम्मू पुत्र मनीर लुहार, लुकमान, मंगत जबरदस्ती उसके बकरी फार्म में घुसे और आते ही उसे कहा कि तुमने हमारे खेत की सीमा में बुवाई क्यों की। इस पर उसने कहा कि ट्रैक्टर ड्राइवर की गलती और अंधेरा होने के कारण सीमा दिखाई नहीं दी। अगर गलती से उनकी सीमा के अन्दर बुवाई हो गई है तो वह उसको नपवाकर ठीक करवा देगा।
उसके बाद धम्मू उसे गालियां देने लगा और अपने परिवार के सदस्यों को वहां बुला लिया। इनके हाथों में लाठी, डंडे, कस्सी और लोहे की रॉड थी। इन्होंने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और धमकी दी कि अगर कोई बीच में छुड़ाने आया तो ठीक नहीं रहेगा। उसके साथ मारपीट होती देख मांगेराम उसे छुड़ाने बीच में आया तो धम्मू, लुकमान और मंगत ने मांगेराम के साथ भी मारपीट शुरू कर दी। लुकमान ने मांगेराम के सिर पर कस्सी से वार कर चोट मारी। इसके कारण मांगेराम जमीन पर गिर गया। शोर-शराबा सुनकर रामचन्द्र, देवेन्द्र, कुलदीप, प्रमोद आ गए।
उन्होंने इन लोगों को ललकारा तो वे वहां से भाग गए और जाते हुए नशा मुक्ति केन्द्र के मुख्य दरवाजे पर ईंट पत्थर फेंके। धमकी दी कि आज तो वह बच गया, आइंदा उनके हाथ लगा तो जान से मारकर शव को ठिकाने लगा देंगे। मांगेराम के सिर से अत्यधिक खून आने की वजह से लालचन्द पूनिया गांव से गाड़ी लेकर वहां आया और मांगेराम को गाड़ी में डालकर भादरा के अस्पताल में भर्ती करवाया। राजपाल के अनुसार उसे आशंका है कि उक्त लोग भविष्य में किसी भी अनहोनी घटना को अंजाम दे सकते हैं और उसको जान-माल का नुकसान पहुंचा सकते हैं। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच हेड कॉन्स्टेबल जगदीश को सौंपी है।