बाड़मेर। जिले में हिस्ट्रीशीटर तस्कर की पुलिस ने करीब 2 करोड़ की अवैध प्रॉपटी फ्रीज कर दी। इसके 19 घंटों बाद ही मंगलवार को हिस्ट्रीशीटर की सड़क हादसे में मौत हो गई। जानकारी के अनुसार हिस्ट्रीशीटर विरधाराम और उसके दो दोस्त स्विफ्ट कार में बिहार के गयाजी एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। उत्तर प्रदेश के कानपुर एक्सप्रेस हाईवे पर बिल्हौर के पास उनकी कार आगे चल रहे एक ट्रेलर से टकरा गई। हादसे में विरधाराम की मौत हो गई। जबकि दो अन्य साथी गंभीर घायल हो गए।
दरअसल, हादसे से एक दिन पहले सोमवार को ही जिले के गालाबेरी गांव में बाड़मेर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के आलीशान घर के आगे संपत्ति फ्रीज करने का बोर्ड लगाया था। इसके अलावा हिस्ट्रीशीटर की क्रेटा कार और 3 बसों को भी ब्लैकलिस्ट करने के लिए संबंधित आरटीओ को पत्र लिखा था।
गालाबेरी सरपंच अचलाराम ने बताया- विरधाराम पुत्र भैराराम निवासी गालाबेरी और उसके दोस्त वीरेंद्र गोदारा और चूनाराम तीनों सोमवार को बाड़मेर से स्विफ्ट में बिहार गयाजी के लिए रवाना हुए थे। मंगलवार को सुबह करीब 7 बजे उत्तर प्रदेश में कानपुर एक्सप्रेस हाईवे पर बिल्हौर के पास आगे चल रहे ट्रेलर में पीछे से उनकी स्विफ्ट कार घुस गई। भीषण सड़क हादसे में कार सवार विरधाराम सहित तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
तीनों को बाहर निकालकर कानपुर हॉस्पिटल लेकर गए। वहां पर विरधाराम को मृत घोषित कर दिया। वहीं वीरेंद्र गोदरा और चूनाराम दोनों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। जानकारी मिलने पर कानपुर पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं पुलिस ने क्षतिग्रस्त कार को जब्त कर लिया है।
बाड़मेर में पहली बार की गई थी संपत्ति फ्रीज करने की कार्रवाई
एएसपी जसाराम बोस ने बताया- विरधाराम पुत्र भैराराम जो सदर थाने का हिस्ट्रीशीटर था। एनडीपीएस एक्ट के तहत अवैध संपत्ति अर्जित की थी। जिसमें 68F(2) के तहत कार्रवाई की जाती है। पूरी कानूनी कार्रवाई करने के बाद सोमवार को 12 बजे उसकी संपत्ति को फ्रीज करने की कार्रवाई की थी। यह कार्रवाई जिले में पहली बार की गई थी, लेकिन अब से दूसरे अपराधियों के खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई करेंगे।
बोस ने कहा कि एनडीपीएस एक्ट के तहत जो भी पदार्थ आते है। उसको अवैध तरीके से बेचने से जो संपत्ति अर्जित की जाती है। उनमें इस एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है। विरधाराम के एक आलीशान घर के अलावा एक हुंडई क्रेटा कार, तीन स्लीपर बसों को फ्रीज किया था। यह संपत्ति विरधाराम और उसकी पत्नी के नाम से है।
काले धन को सफेद करने के लिए पत्नी के नाम से बनाई कंस्ट्रक्शन कंपनी
सीआई सत्यप्रकाश विश्नोई के अनुसार- विरधाराम का गांव में एक आलीशान मकान है। उसने पत्नी के नाम से वी.आर. सियोल कंस्ट्रक्शन कंपनी बनाकर अवैध रूप से अर्जित संपत्ति से लग्जरी बसें व कारें खरीद कर काले धन को सफेद करने का प्रयास किया। इसके बाद टीम ने विरधाराम की समस्त संपत्तियों का विवरण और दस्तावेज एकत्रित किए। इस्तगासा तैयार कर नई दिल्ली स्थित सक्षम अधिकारी एवं प्रशासन एनडीपीएस एक्ट को भेजा था। संपूर्ण दस्तावेजों का विश्लेषण करने पर हार्डकोर विरधाराम की ओर से करीब 2 करोड़ रुपए की संपत्ति को अवैध रूप से अर्जित करना पाया गया।
विरधाराम मादक पदार्थों की तस्करी के कार्य में लिप्त रहा था। उसने करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित करने की जानकारी स्पष्ट होने पर थानाधिकारी सदर की ओर से 68 एफ (2) NDPS एक्ट के तहत इस्तगासा तैयार फ्रीज करने की कार्रवाई की गई थी।