बांसवाड़ा। गढ़ी क्षेत्र में नेशनल हाइवे 927-ए के किनारे 91 बीघा सरकारी जमीन अवैध तरीके से 36 लोगों के नाम की गई थी। 7 गांवों की बेशकीमती जमीनों को निजी लोगों के नाम नामांतरण करने वाले 12 सरकारी, कर्मचारियों-अधिकारियों और 36 लोगों के खिलाफ एसीबी में केस दर्ज हो गया है। गढ़ी तहसीलदार ने एसीबी में प्रकरण दर्ज करने के लिए रिपोर्ट दी है। इसमें बताया कि तत्कालीन तहसीलदार केशरसिंह चौहान, दिनेश चंद्र पाटीदार, प्रदीप सुथार, गौतमलाल पाटीदार, दीपक जैन, अविनाश राठौड़, पटवारी निखिल गरासिया, नीलेश परमार, अभिलाषा जैन और खातेदारों ने षडयंत्र किया। सभी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 और धारा 409, 420, 120बी आईपीसी (धारा 316 (5), 318 (4) और 61 के तहत केस करवाया है। रिटायर्ड तहसीलदार केसरसिंह चौहान, नायब तहसीलदार अनिल ताबियार वजवाना पटवारी विनोद मईड़ा और सुंदनी पटवारी नागेंद्र सिंह आरोपी हैं। 5 पटवारी, 5 गिरदावर सस्पेंड हो चुके हैं।
गौरतलब है कि गत माह प्रशासन की जांच में सामने आया था कि गढ़ी तहसील की कई ग्राम पंचायतों में वहां के पटवारी गिरदावर और तहसीलदार ने मिलीभगत कर सरकारी रिकॉर्ड की जमीनों को प्रभावशाली लोगों के खातों में चढ़ा दिया था। मामले में कलेक्टर ने सख्ती दिखाते हुए दोषियों को सस्पेंड कर दिया। अब वर्तमान तहसीलदार ने एसीबी में केस दर्ज कर दिया है।