जैसलमेर। कोतवाली पुलिस ने 6 महीने पुराने जानलेवा हमले के मामले में बाड़मेर जेल से एक हमलावर को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपी दुर्जन सिंह ने अन्य युवकों के साथ मिलकर शहर स्थित लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी में एक युवक पर जानलेवा हमला किया था। पीड़ित के भाई की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। कोतवाली पुलिस ने बाड़मेर जेल से दुर्जनसिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया है और युवक से पूछताछ कर रही है। शहर कोतवाल प्रेमदान ने बताया कि 24 अक्टूबर 2024 को हितेश गौड़ नामक युवक पर गाडी में सवार होकर आए कुछ बदमाशों ने जानलेवा हमला कर उसके पैर तोड़ दिए थे। शहर कोतवाली पुलिस ने हितेश के भाई की शिकायत पर मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू की और घटना में शामिल दुर्जन सिंह की पड़ताल की तो वो बाड़मेर जेल में मिला। पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर दुर्जन को गिरफ्तार किया और पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की। SHO प्रेमदान ने बताया कि- सांगीदान सिंह गौड निवासी गौडा पाडा जैसलमेर ने पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर में शिकायत देकर बताया कि उसका भाई जब एक्टिवा लेकर घर से रवाना होकर लक्ष्मीचन्द सांवल कोलोनी स्थित अपने शिव एक्वा आरओ प्लान्ट जा रहा था। उसी दौरान सामने से गाडी में सवार होकर आए चंद मुंह बांधे बदमाशों ने उसपर जानलेवा हमला किया।
हमले में देवेन्द्रसिंह, रविन्द्र सिहं, आईदानसिंह, लक्ष्मणसिंह, ओकारसिंह आदि शामिल थे। सभी के मुंह कपड़ों से बंधे हुए थे। गाडियो में सवार होकर मेरे भाई का रास्ता रोककर एक्टिवा को टक्कर मारकर गिराया और गाडियों मे रखे धारदार हथियार, सरिये, लाठियों आदि से पूर्व रंजिश व अदावट के कारण हितेश उर्फ सोनू की हत्या करने के आशय से धारदार हथियारों से एकराय होकर मारपीट की। हमले में मेरे भाई के दोनो पैर तोड दिये और शरीर के अन्य जगहो पर भी चोटे आई। पुलिस ने मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू की। जानलेवा हमले की घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर सुधीर चौधरी के आदेशानुसार शहर कोतवाल प्रेमदान के नेतृत्व में एक टीम बनाई। अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद दुर्जन सिंह नामक युवक की पड़ताल की तो वो बाड़मेर जेल में मिला। बदमाश दुर्जनसिह उर्फ दुष्यंतसिह पुत्र भीमसिह, निवासी केलनोर को प्रोडेक्शन वारंट पर जिला कारागृह बाड़मेर से प्राप्त कर गिरफ्तार किया गया। दुरजन सिंह को कोर्ट में पेश कर पीसी रिमाण्ड प्राप्त किया गया। अब दुर्जन सिंह से इस मामले को लेकर पूछताछ जारी है।