पाली। जिले में बुधवार की सुबह एक घर में सामाजिक प्रोग्राम के चलते किचन में देवरानी-जेठानी काम वाली बाई के साथ मिलकर खाना बना रही थी। अचानक गैस सिलेंडर में आग लग गई। घबराकर महिलाएं किचन से भागी। घरवालों ने लोगों की मदद से आग पर काबू पाया। हिम्मत दिखाते हुए एक युवक जलता हुआ सिलेंडर मकान के फर्स्ट फ्लोर से लेकर बाहर आया बुझाया। इस हादसे में पूरा किचन चल गया और कुछ बिस्तर भी जल गए। गनीमत रही कोई जनहानि नहीं हुई। एएसआई ओमप्रकाश चौधरी ने बताया कि पाली जनता कॉलोनी जाट छात्रावास के सामने की तरफ रहने वाले मनोज पंवार पुत्र लक्ष्मीनारायण पंवार के फूफाजी के देहांत होने पर आज बुधवार को उनके घर पर सामाजिक प्रोग्राम था। इसको लेकर उनकी पत्नी संतोष अपनी देवरानी ममता और काम वाली बाई के साथ मेहमाने के लिए खाना बना रहे थे।
सुबह के करीब सवा सात बजे अचानक गैस सिलेंडर में आग लग गई। घबराकर तीनों किचन से बाहर आ गई। मनोज पंवार दौड़ के मकान के फर्स्ट फ्लोर पर गया जहां किचन था। बिस्तर गीला कर सिलेंडर पर डाला लेकिन आग स्पीड से लग रही थी और सिलेंडर बुझा नहीं। पीड़ित मनोज पंवार ने घटना को लेकर गैस सिलेंडर एजेंसी पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहां कि सिलेंडर में कुछ कमी थी। इससे लगाने के कुछ समय बाद ही हादसा हो गया। इतने में उधर से नगर परिषद की CSI टीम (आवारा पशुओं को पकड़ने वाली टीम) के कांति स्वरूप और शनि ने और उनके साथियों ने देखा तो तुरंत ट्रोला रोका और आग बुझाने में मदद की। शनि जलता हुआ सिलेंडर मकान के फर्स्ट फ्लोर से लेकर सड़क पर लाकर रखा। जिससे आग पूरे मकान में नहीं फैली। इस दौरान पड़ोसी और जाट छा़त्रावास से आए युवा भी पानी की बाल्टियां भरकर मकान के फर्स्ट फ्लोर पर बने किचन में आग बुझाने में जुटे रहे। जिससे आग पर जल्द काबू पा जा सका।