हनुमानगढ़। रावतसर में पति के साथ किराए के मकान में रहने वाली विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शादी को करीब 11 महीने ही हुए थे। ससुराल पक्ष के लोगों ने पीहर पक्ष को डरा-धमकाकर आनन-फानन में मृतका के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। मृतका के पीहर पक्ष के लोगों ने ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाते हुए रावतसर पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। पाली जिले के रोहट पुलिस थाना से प्राप्त जीरो नंबरी एफआईआर में लक्ष्मण सिंह (30) पुत्र मदन सिंह राजपुरोहित निवासी धर्मधारी पीएस रोहट जिला पाली ने बताया कि उसकी चचेरी बहन खुशबू पुत्री गंगासिंह निवासी धर्मधारी तहसील रोहट जिला पाली की शादी 11 जुलाई 2024 को भोमसिंह पुत्र नारायण सिंह निवासी गांव डोली राजगुरु जिला बालोतरा के साथ हुई थी।
विवाह के समय खुशबू को सोने-चांदी के गहने व घर गृहस्थी का सामान दिया था, जो उसके ससुराल वालों को सौंपा था। विवाह के पश्चात खुशबू कुछ समय तक अपने ससुराल डोली में रही। तीन माह पूर्व खुशबू अपने पति भोमसिंह जो रावतसर में अपने भाइयों के साथ मिठाई की दुकान चलाता है, वहां पर रहने के लिए गई, जहां पर पति के साथ किराए के मकान में रहती थी। वहां पर जाने के पश्चात खुशबू का पति व ससुराल वाले कम दहेज लाने की बात कहकर खुशबू को प्रताड़ित व तंग-परेशान करने लगे। आए दिन उसके साथ मारपीट करते। इसके बारे में दो-तीन बार खुशबू ने अपने पीहर में दूरभाष पर बताया। अब 16 जून को रावतसर में संदिग्ध अवस्था में खुशबू की मृत्यु हो गई। इसकी सूचना खुशबू के ससुराल वालों ने न तो स्थानीय पुलिस को दी और न ही स्थानीय व जिला अस्पताल में जांच करवाई। खुशबू का शव चुपचाप अपने गांव डोली राजगुरु जिला बालोतरा लेकर आ गए। 17 जून को खुशबू के ससुराल वालों ने अपने रिश्तेदार मुकेश को उनके पास गांव धर्मधारी भेजा। मुकेश ने उन्हें बताया कि खुशबू की मृत्यु हो चुकी है। शव का अंतिम संस्कार गांव डोली राजगुरु जिला बालोतरा में किया जाएगा। यह बात सुनकर उसके चाचा गंगासिंह सदमे में आ गए तथा बीमार हो गए। वे सभी मिलकर गांव डोली राजगुरु जिला बालोतरा गए, जहां पर खुशबू की लाश एम्बुलेंस में पड़ी थी, को देखा, तो पता चला कि खुशबू के शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे। उसके चाचा धनसिंह तथा गंगासिंह ने खुशबू के ससुराल पक्ष के लोगों को कहा कि उनकी बेटी की आप लोगों ने दहेज की खातिर हत्या कर दी है। इसकी जांच पुलिस से करवाई जानी जरूरी है।
यह बात सुनते ही खुशबू के ससुराल वाले आग-बबूला हो गए। खुशबू के ससुराल वालों तथा वहां पर खड़े उनके रिश्तेदार थानसिंह ने उन्हें धमकी दी कि जो है वो यही है, यदि ज्यादा होशियारी करोगे तो तुम्हारी पुत्री निरमा जो पहले से ही इस घर में शादीशुदा है उसे घर से बाहर निकाल देंगे। इस कारण उसके चाचा गंगासिंह की तबीयत और खराब हो गई। खुशबू के ससुराल पक्ष के लोगों ने जबरदस्ती किसी प्रकार की जांच करवाए बिना ही अपने अपराधों को छुपाने के लिए जल्दबाजी में खुशबू के शव का अंतिम संस्कार कर दिया और उन्हें कहा कि तुम्हारे से जो हो कर लेना। उन्हें वहां से डरा-धमकाकर रवाना कर दिया। पुलिस ने मृतका के पति, सास-ससुर व देवर वगैरा के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। अनुसंधान रावतसर वृत के वृत्ताधिकारी हंसराज बैरवा कर रहे हैं।