गणेश चतुर्थी पर स्व. मूलचंद घीया व स्व.कृष्णा कुमारी घीया की मूर्ति का हुआ अनावरण
भीलवाड़ा;- जिले में गणेश चतुर्थी के साथ 10 दिवसीय गणपति महोत्सव शुरू हुआ। मंदिरों से लेकर घर-घर तक गणेशजी की मूर्तियां विराजमान की गई। गली- मोहल्ले और कॉलोनियों में स्थापना के लिए गणेश प्रतिमाओं को शोभायात्रा के साथ पंडालों में लाया गया। दिनभर ढोल-नगाड़े की गूंज सुनाई दी गई। शोभायात्रा के मार्ग गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों से गूंजे।
गांधीनगर स्थित श्री सिद्ध गणेश मंदिर में काजू के लड्डू का भगवान को भोग लगाया ।
गणेश मंदिर में स्व. मूलचंद घीया व स्व.कृष्णा कुमारी घीया की मूर्ति का अनावरण किया गया।
दोपहर 12 बजे महाआरती में हजारों भक्तों ने भगवान के आरती की। नयनाभिराम श्रृंगारित गणेशजी के लोगों ने दर्शन किए ।
शहर में कई स्थानों पर सजे- धजे पंडालों में भी शोभायात्रा व ढोल-नगाड़ो के साथ गणपतिजी की प्रतिमाएं लाकर स्थापित की गई। गांधीनगर गणेश मंदिर में जिले का सबसे बड़ा मेला भरा जाता है आज मेला में बड़ी संख्या में झूले चकरी , व्यंजन, मनिहारी समेत कई स्टॉले लगी। दोपहर तक तो हजारों की संख्या में श्रृद्धालुओं ने दर्शन किए । मेले को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस पुलिस की मौजूदगी थी।
घीया परिवार के राधेश्याम घीया ने बताया कि गणेश चतुर्थी पर्व पर भव्य मेले का आयोजन किया गया। सुबह 5 से ही भक्तों का रेला दर्शन करने को मंदिर में आना शुरू हुआ। काजू के लड्डू का भोग लगाया गया।
स्व. मूलचंद घीया व स्व.कृष्णा कुमारी घीया की मूर्ति अनावरण किया गया। दोपहर 12 बजे महाआरती में हजारों भक्तों ने आरती लाभ लिया। मेला परवान चढने लगा।
मेले में हजारों भक्तों दर्शन करने आते हैं जो भी मनोकामना होती है भक्तों की वह भगवान पूरी करते हैं इसी कारण यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है।
गणेश मंदिर में दर्शन करने आई महिला चित्रांगिनी पुरावत ने बताया कि मैं प्रत्येक गणेश चतुर्थी के दिन दर्शन करने आती हूं , हमें सबको विधित है कि सर्वप्रथम गणेश जी को पुजते हैं।
पूजने से हमारे घर में वैभव ,धन , शांति , सुख संपत्ति सतही अपने आप चले आते हैं। मेरा यहां मेरा यह कहना है कि भीलवाड़ावासियो को पधारकर पूजा अर्चना करनी चाहिए।