जयपुर। सिविल लाइन जोन में गुरुवार शाम निर्माणाधीन बिल्डिंग के बेसमेंट के टैंक में मृत गोवंश मिलने के बाद हंगामा हो गया था। इसके बाद नगर निगम की टीम ने बिल्डिंग को सीज कर अगले हिस्से पर बुलडोजर से कार्रवाई शुरू की। लेकिन कुछ ही देर में निगम की टीम ने कार्रवाई रोक दी। जिसको लेकर अब जनता ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल आंदोलन की चेतावनी दी है।
स्थानीय निवासी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मेयर मुनेश गुर्जर के वार्ड में मेयर द्वारा ही रिश्वत लेकर अवैध बिल्डिंग का निर्माण करवाया जा रहा था। जिसमें गोवंश की दर्दनाक मौत हो गई है। बावजूद इसके नगर निगम के अधिकारी अब तक मूक दर्शक बनकर बैठे हुए हैं। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर अगले 7 दिन में इस अवैध निर्माण को पूरी तरह नहीं तोड़ा गया। तो क्षेत्रीय विधायक गोपाल शर्मा के साथ हम सब यहां धरने पर बैठेंगे। इसके बाद जब तक निगम की टीम कार्रवाई नहीं करेगी हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
नगर निगम सिविल लाइन जोन उपायुक्त राकेश शर्मा ने कहा कि अवैध निर्माण मलिक को नोटिस देकर निर्माणधीन बिल्डिंग को सीज कर दिया गया है। अगर अगले तीन दिन में बिल्डिंग मालिक द्वारा नगर निगम में सभी जरूरी दस्तावेज नहीं जमा कराए गए। तो नगर निगम द्वारा नियमों के तहत सख्त करवाई की जाएगी।
बता दें कि गुरुवार शाम सिविल लाइन जोन के वार्ड 43 में निर्माणाधीन बिल्डिंग के बेसमेंट के टैंक में मृत गोवंश मिलने से हंगामा हो गया था। जिसके बाद मौके पर जुटे लोगों ने बिल्डिंग मालिक और नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इस दौरान मौके पर पहुंचे सिविल लाइंस विधायक ने बिल्डिंग मालिक के खिलाफ गो-हत्या का आरोप लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
इसके बाद निगम अधिकारियों ने अवैध निर्माण को सीज कर तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी थी। लेकिन महज बिल्डिंग के अगले हिस्से की सीढ़ियों को तोड़कर निगम के अधिकारी रवाना हो गए थे। जिसे लेकर स्थानीय जनता ने विरोध शुरू कर नगर निगम को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है।
सिविल लाइन विधायक गोपाल शर्मा ने कहा- नियमों के विपरीत निर्माण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नगर निगम की टीम इसे जल्द ध्वस्त करेगी। इसके साथ ही गोवंश की हत्या करने वाले लोगों को भी नहीं छोड़ा जाएगा। बेसमेंट के टैंक में गोवंश का पहुंचना नामुमकिन है। ऐसे में जो भी लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।