कोटड़ी। जलझूलनी एकादशी के अवसर पर प्रदेश के प्रमुख कृष्ण मंदिर कोटड़ी चारभुजा नाथ में जल झूलन महोत्सव का आज आयोजन किया जाएगा। इससे पूर्व बीती रात से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल अपनी मनोकामना लेकर चारभुजा नाथ के दर पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास है कि भगवान चारभुजा नाथ उनकी सब मनोकामना पूर्ण करेंगे।
इसी विश्वास के साथ भीलवाड़ा से हजारों की संख्या में भक्त अपने नाथ के दर्शन करने के लिए भीलवाड़ा शहर से करीब 32 किलोमीटर दूर कोटड़ी चारभुजा नाथ पहुंचते हैं। पूरे रास्ते में नाचते गाते और भगवान के भजनों की धुन पर एक आकर्षक समा बनाते हुए पहुंचते हैं। सुबह 5 बजे मंगला आरती के दर्शन और दोपहर 3 बजे बाद ठाकुर जी के नगर भ्रमण समारोह में शामिल के बाद भक्त वापस अपने-अपने घर की ओर लौट जाते हैं।
कोटड़ी चारभुजा नाथ मंदिर का इतिहास अनोखा है। यह देश का पहला मंदिर है जंहा से ठाकुर जी की निज प्रतिमा स्वयं आज के दिन भक्तों को दर्शन देने के लिए निकलती है और दिन भर दर्शन देने के करीब 18 घंटे बाद निज धाम पहुंचते है। इस दौरान ठाकुर जी को जलविहार करवाया जाता है। लाखों भक्त आज के दिन दर्शन करके चारभुजा नाथ का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं ।