जयपुर: जोधपुर RAS अधिकारी की तबीयत बिगड़ने पर जिला कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
जयपुर: जोधपुर-जोधपुर SDM प्रियंका विश्नोई पिछले काफी दिनों से अहमदाबाद के सीम्स हॉस्पिटल में भर्ती है। उनकी तबीयत नाजुक बनी हुई है। अब कलेक्टर ने एसएन मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को पत्र लिखकर मामले में जांच करने का आदेश दिया है। जांच की रिपोर्ट अगले 3 दिन में देने के लिए कहा गया है।
जानकारी अनुसार जोधपुर कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने 16 सितंबर को एसएन मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने वसुंधरा हॉस्पिटल में जोधपुर एसडीएम प्रियंका विश्नोई का षडयंत्रपूर्वक इलाज करने और इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप की जांच करने का आदेश दिया है। उन्होंने मामले में सीनियर डॉक्टरों की उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच करने का आदेश दिया है। तीन दिन में जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
*वसुंधरा हॉस्पिटल में करवाया गया था इलाज:*
एसडीएम को पेटदर्द की शिकायत थी। उन्होंने वसुंधरा हॉस्पिटल में ऑपरेशन करवाया था। ऑपरेशन के बाद उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। नाजुक हालत को देखते हुए विश्नोई को अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल ले जाया गया। परिजनों ने शक है कि ऑपरेशन के दौरान प्रियंका को ज्यादा एनेस्थिसिया दिया गया या खून का बहाव ज्यादा हुआ है। हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है।
*कर्मचारी और विश्नोई समाज के लोग कर रहे प्रार्थना:*
एसडीएम प्रियंका विश्नोई की तबीयत बिगड़ने के बाद से विश्नोई समाज के लोग व कर्मचारी उनकी सेहत में सुधार होने के लिए प्रार्थना कर रही है। गत दिनों खेजड़ली मेले के दौरान भी सभा में उनके लिए प्रार्थना की गई थी।
*सीनियर डॉक्टरों की टीम का गठन:*
एसएन मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. भारती सारस्वत ने बताया कि कलेक्टर के आदेश पर सीनियर डॉक्टरों की टीम का गठन किया है। टीम एसडीएम प्रियंका विश्नोई के उपचार को लेकर पूरी जानकारी लेकर जांच करेगी। इसके बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
*कमेटी की रिपोर्ट आते ही कार्रवाई होगी:*
जोधपुर जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि एसडीएम प्रियंका विश्नोई के उपचार में लापरवाही को लेकर उनके परिजनों ने वसुंधरा हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायत की थी। स्वास्थ्य का मामला होने से मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को एक उच्च स्तरीय डॉक्टरों की कमेटी गठित करने के आदेश दिए है। यह कमेटी तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। उसी रिपोर्ट के बाद ही सारी स्थिति साफ होगी। अगर जांच में उनके उपचार में लापरवाही सामने आती है तो तुरंत और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Author: AKSHAY OJHA
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