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November 22, 2024 9:52 am


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लेबलान बाजार में खड़े थे लोग, अचानक जेब में फटने लगे बम, जानें 3 इंच के पेजर ने कैसे मचा दी तबाही? पेजर की हैकिंग लगभग असंभव है, ऐसे में धमाका कैसे हुआ, पूरी दु‍न‍िया हैरान है

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

नई दिल्ली : लेबलान लोग बाजार में खड़े थे ठेले से खरीदारी कर रहे थे कुछ लोग दुकानों पर सामान खरीद रहे थे, बसों में सफर कर रहे थे, तभी अचानक उनकी जेब में बम फटने लगे एक के बाद एक हजारों लोगों की जेब में धमाका हुआ, जिसमें 10 से ज्‍यादा लोगों की मौत हो गई तीन हजार लोग जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं घटना लेबनान की है, जिसने पूरी दुनिया में दहशत फैला दी है आख‍िर 3 इंच की एक डिवाइस, ज‍िसे पेजर के नाम से जाना जाता है, उसमें ऐसा क्‍या हुआ, जिसने तबाही मचा दी।

लेबनान में ह‍िजबुल्‍लाह के आतंकी अपने साथ‍ियों से कांटैक्‍ट में रहने के ल‍िए मोबाइल फोन की जगह पेजर का इस्‍तेमाल करते हैं क्‍योंक‍ि इसे हैक नहीं क‍िया जा सकता सिर्फ मैसेज के जर‍िए बात हो सकती है लेकिन मंगलवार को अचानक इन आतंक‍ियों की जेब में रखे पेजर बम बम गए उनमें दनादन विस्‍फोट होने लगा पेजर बमों के फटने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई तथा लगभग 3,000 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए लेबनान की राजधानी बेरूत से लेकर बेका वैली और पड़ोसी देश सीरिया तक से इस तरह के धमाके की खबरें सामने आईं अस्‍पतालों को हाई अलर्ट कर दिया लेबनान सरकार ने आदेश जारी कर सभी लोगों से तुरंत पेजर फेंकने की अपील की इसे सबसे बड़ा सिक्‍योर‍िटी ब्रिच माना जा रहा है, क्‍योंक‍ि पेजर ऐसी डिवाइस है, जो क‍िसी सॉफ्टवेयर से कनेक्‍ट नहीं है इसे बाहर से कहीं से ऑपरेट नहीं क‍िया जा सकता तो विस्‍फोट हुआ कैसे? बीबीसी ने कुछ एक्‍सपर्ट से इस बारे में बात की है।

दुन‍ियाभर के टेक एक्‍सपर्ट हैरान:

पेजर में ब्‍लास्‍ट कैसे हो गया, इसे लेकर दुन‍ियाभर के टेक एक्‍सपर्ट हैरान हैं। क्‍योंक‍ि यह एक हार्डवेयर है और हार्डवेयर में विस्‍फोट तब तक नहीं हो सकता, जब तक कि कोई इसके साथ छेड़छाड़ न करे। लेकिन अगर ये आतंक‍ियों के पास थे, तो इनसे छेड़छाड़ क‍िसने की? एक साथ सारे पेजर में छेड़छाड़ कैसे संभव हुई? लेबनान में घुसकर आतंक‍ियों की जेब से न‍िकालकर कोई पेजर में छेड़छाड़ कैसे करेगा? ये कुछ सवाल हैं, जिनका जवाब नहीं मिल पा रहा है। लेकिन कुछ तर्क दिए जा रहे हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में…

पेजर ब्‍लास्‍ट आख‍िर हुआ कैसे:

1.एक्‍सपर्ट के मुताबिक, पेजर में इस्‍तेमाल होने वाली बैटरियां अगर अत्‍यध‍िक गर्म हो जाएं, तो उनकी हैक‍िंग की जा सकती है। उनमें विस्‍फोट क‍िया जा सकता है। लेकिन ऐसा करना मुश्क‍िल ही नहीं, नामुमक‍िन की तरह है। विशेषज्ञों का ये भी कहना है क‍ि ज‍िस तरह का ब्‍लास्‍ट है, उससे नहीं लगता क‍ि बैटरियां गर्म होने की वजह धमाके हुए हैं।

2.पेजर में तभी धमाका हो सकता है, जब इसके साथ छेड़छाड़ की गई हो। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर पेजर के साथ छेड़छाड़ करना असंभव है। क्‍योंक‍ि पेजर को खोलने और बंद करने के ल‍िए खुफ‍िया जानकारी होनी चाह‍िए, तकनीकी तौर पर एक्‍सपर्ट होना चाह‍िए। इसल‍िए इतनी बड़ी संख्‍या में एक्‍सपर्ट तैनात करना आसान नहीं।

3.ब्रिटिश सेना के एक एक्‍सपर्ट ने बीबीसी को बताया क‍ि हो सकता है क‍ि इन उपकरणों में 10 से 20 ग्राम तक विस्‍फोटक भरे गए होंगे। उन्‍हें नकली इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के अंदर छिपाया गया होगा। एक बार विस्‍फोटक भर जाने के बाद जब भी दूसरा आदमी इसे चलाने की कोश‍िश करेगा, तो विस्‍फोट हो जाएगा।

4.हालांक‍ि, ये करना बहुत मुश्क‍िल है और हजारों पेजर में एक साथ ये करना नामुमक‍िन खास बात, जो पेजर लेबनान के लोग इस्‍तेमाल करते हैं, उसके विस्‍फोट होने की संभावना 1% से भी कम होती है।

5.है‍क‍िंग की घटनाए दुन‍ियाभर से सामने आती हैं, लेकिन हैक‍िंग सिर्फ सॉफ्टवेयर में होती है, हार्डवेयर में नहीं पेजर एक हार्डवेयर है, इसल‍िए इसकी हैक‍िंग संभव ही नहीं है क्‍योंक‍ि ड‍िवाइस को खोलना बंद करना संभव नहीं

6.एक दावा ये भी क‍िया जा रहा क‍ि हो सकता है क‍ि फैक्‍ट्री सेटिंग में कुछ खेल कर दिया गया हो गुप्‍त रूप से इस ऑपरेशन में वो कंपनी भी शामिल हो। क्‍योंक‍ि ऐसा एक बार इजरायल ने क‍िया था।

क्‍यों याद आ रहा 1996 वाला इजरायल:

इजरायल सॉफ्टवेयर हैक कर तबाही मचाता रहा है। 1996 में इजरायल की शिन बेट एजेंसी ने हमास के एक बम डेवलपर याह्या अय्याश के फोन में खुफ‍िया तरीके से विस्‍फोटक डाल दिया था और फ‍िर उसे उड़ा द‍िया था। इसके बाद से ही ह‍िजबुल्‍लाह और हमास के आतंकी पेजर का इस्‍तेमाल करने लगे थे। लेकिन मंगलवार को हिजबुल्लाह के आतंक‍ियों को सुपरमार्केट में, सड़क पर, कारों में, घरों में और यहां तक ​​कि नाई की दुकानों में भी उड़ा दिया गया।

Author: JITESH PRAJAPAT

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