बिजौलिया। क्षेत्र में इन दिनों लेपर्ड का आतंक व्याप्त है। पिछले दो दिनों में गायों के तीन बछड़ों का शिकार होने की घटनाएं हुई हैं। वन विभाग ने एक स्थान पर पिंजरा लगाया है और दूसरी जगह जल्द ही पिंजरा लगाकर वन्य जीव को पकड़ने की योजना बनाई जा रही है। इस बीच, किसान लेपर्ड के आतंक से सहमे हुए हैं और अपने गौवंश के शिकार होने से काफी डरे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार बिजौलिया से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित विक्रमपुरा गांव में बुधवार रात पैंथर ने एक गाय के बछड़े का शिकार कर लिया। पीड़ित नरेश धाकड़ ने बताया कि गांव के नजदीक ही पशुओं के बाड़े में तीन गायें बंधी हुई थीं। शिकार के डर से उन्होंने बाड़े में सात-सात दीवारें बना रखी थीं, फिर भी पिछले दो दिनों में दो बछड़ों का शिकार कर लिया गया। बीती रात लेपर्ड ने खेतों में लगाने वाली लोहे की जाली को धकेलकर बाड़े में प्रवेश किया और एक बछड़े का शिकार किया। सुबह जब मवेशियों की देखरेख के लिए गए, तब घटना का पता चला।
इससे पहले, मंगलवार को भी इसी तरह एक बछड़े का शिकार किया गया था, जबकि बाड़े में दो बड़ी गायें सुरक्षित पाई गईं। लगातार दूसरे दिन शिकार की इस घटना ने गांव में दहशत फैला दी है। वन विभाग को सूचित किया गया है, लेकिन वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही। ग्रामीणों का कहना है कि क्या करें, कुछ समझ नहीं आ रहा है। दो महीने पहले भी इसी तरह गायों का शिकार किया गया था।
मंगलवार को बंजारों की जलेरी में रोडू लाल बंजारा के बाड़े में गाय के बछड़े का शिकार होने के बाद वन विभाग ने एक पिंजरा लगाया था।