भीलवाड़ा। एक टीचर को प्राइवेट कॉलेज से निकालने के विरोध में शुक्रवार को छात्र- छात्राएं सड़क पर उतर गए और कॉलेज गेट पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। एक घंटे तक प्रदर्शन चला और मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने समझाइश के बाद मामला शांत करवाया। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के हरी सेवा संस्कृत शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय का है। संस्कृत कॉलेज के स्टूडेंट आज शुक्रवार को सड़क पर उतरे और धरने पर बैठ गए। इन्होंने कॉलेज गेट को ताला लगा दिया। छात्रों का आरोप है कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। उनके हितों का हनन किया जा रहा है और यह पिछले लंबे समय तक चलता आ रहा है, इसलिए उन्हें आज सड़क पर उतरकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट गोपाल शर्मा ने बताया कि कॉलेज में पिछले कुछ दिनों से छात्र हितों का हनन हो रहा है। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इसलिए आज मजबूर होकर उन सभी आंदोलन पर बैठना पड़ा है। हमारी एक टीचर शिमला जोशी को समन्वयक द्वारा कुछ कारणों से कल कॉलेज से निकाल दिया गया और क्यों निकाला इसका कोई जवाब देने वाला भी नहीं है। महाविद्यालय के करीब 150 छात्र छात्राओं ने महाविद्यालय का गेट बंद कर दिया और धरने पर बैठे।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि उनकी मांगे पूरी नहीं की जा रही है, लगातार उन्हें धमकाया जा रहा है और उन्हें कॉलेज से रेस्टीकेट करने की धमकी भी दी जा रही है। छात्रों ने बताया की हम अपने अधिकारों की लड़ाई और स्वाभिमान के लिए सड़क पर उतरे हैं। दो-तीन दिन से कॉलेज में राजनीति की जा रही है। एक टीचर द्वारा दूसरे टीचर स्टूडेंट पर बेवजह आरोप लगाया गया और कई तरह की बातें बनाई गई। हमने इस विषय में तीन बार बातचीत की, लिखित में देने का प्रयास किया तो हमें धमका रहे हैं। रेस्टीकेट करने का प्रेशर डाला जा रहा है। हमें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। इसलिए आज हम मजबूरन सड़क पर उतरे हैं ।अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो उग्र आंदोलन करेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्रा में सड़कों पर उतर गए और उन्होंने सड़क पर बैठकर रोड जाम की और प्रदर्शन किया और महाविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कॉलेज प्रबंधन के साथ मिलकर बच्चों से समझाइश की। करीब आधे घंटे से ज्यादा देर तक बातचीत और आश्वासन के बाद बच्चों को गुस्सा शांत हुआ और वो वापस अपनी क्लास में लौट गए।
प्रिंसिपल कैलाश तिवारी ने बताया- संस्कृत शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय भीलवाड़ा में आज बच्चों ने प्रदर्शन किया। उसके पीछे मुख्य कारण यह रहा कि यहां से एक मैडम शिमला जोशी को समन्वयक द्वारा कुछ कारणों से कल निकाल दिया गया। मैडम क्योंकि अच्छा पढ़ती थी, उसे निकालने का विरोध करने के लिए बच्चे सड़क पर उतरे थे। पुलिस प्रशासन के आने के बाद हमने बच्चों को अंदर बुलाकर समझाया की यह सब गुरुजी के आदेश से हुआ है। 2 अक्टूबर तब तक किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन नहीं किया जाए। गुरुजी समस्या का सॉल्यूशन निकलेंगे। इससे बच्चे संतुष्ट हो गए और कक्षा अब विधिवत चल रही है।