भीलवाड़ा। जल झूलनी एकदशी पर भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर कस्बे में जुलूस के पर पथराव के मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने समेत 12 सूत्री मांगों को लेकर आज महापड़ाव डाला जा रहा है। दूसरे पक्ष की इमारत से पथराव हुआ था। उस इमारत के जरिए अवैध अतिक्रमण किए जाने का भी आरोप है। अवैध निमार्ण को हटवाने, सीमांकन कराने समेत अन्य मांगें की जा रही हैं। जहाजपुर तहसील के सभी व्यापारी संघ ने विरोध में आज दुकानें बंद रखी हैं। कस्बे के सभी बाजार सुबह से ही बंद हैं। चाय के ठेले थडियों पर भी बंद का असर दिख रहा है।
बस स्टैंड पर महापड़ाव को लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं। कस्बे के लोग न्याय यात्रा और महापड़ाव कर रहे हैं। इसमें जिले भर से लोग और साधु-संत शामिल होने पहुंच रहे हैं। संतों के नेतृत्व में ही कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। महापड़ाव और बंद को लेकर कस्बे में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। जगह-जगह ट्रैफिक को डायवर्ट करने और रोकने के लिए बैरिकेडिंग की गई है , इसके साथ ही चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। मौके पर एडिशनल एसपी शाहपुरा , डिप्टी शाहपुरा चार थानों के थाना प्रभारी सहित रिजर्व पुलिस बल के 400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
यह था मामला
14 सितंबर को जहाजपुर कस्बे में जल झूलनी एकादशी पर किले से आ रहे जुलूस पर पथराव हो गया था। इसके बाद पालकी कल्याण के मंदिर में रखी है। लोगों ने प्रशासन पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। तीन दिन तक विधायक गोपी मीणा की अगुवाई में धरना प्रदर्शन किया गया। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद लोगों ने धरना समाप्त किया। जिला कलेक्टर शाहपुरा ने 3 दिन में कार्रवाई करने की बात कही। इस पर सहमति भी बनी थी। परन्तु प्रशासन ने तय समय तक कार्रवाई नहीं की। इसके बाद जिला प्रशासन को स्मरण पत्र पेश कर निवेदन किया था लेकिन प्रशासन ने ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं की। लोगों का कहना है कि प्रशासन मांगें नहीं मानेगा तो अनिश्चितकालीन महापड़ाव होगा और मेवाड़ क्षेत्र के सभी जिलों के बंद का आह्वान किया जाएगा।
यह हैं प्रमुख मांग
पथराव की घटना में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, जिस इमारत से पथराव हुआ उसका सीमांकन, नगर में 1980 के सर्वे के बाद बनी अवैध इमारतों को ध्वस्त करने, लाउड स्पीकर हटवाने सहित 12 सूत्री मांगें की जा रही हैं।