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December 26, 2024 5:21 pm


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राहुल गांधी हरियाणा चुनाव में हार से नाराज : बोले- नेताओं का इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर रहा; फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हार की वजह पता करेगी

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

चंडीगढ़। हरियाणा चुनाव में मिली हार पर कांग्रेस की समीक्षा मीटिंग गुरुवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई। इसमें राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा में नेताओं का इंटरेस्ट ऊपर रहा, इस कारण से पार्टी का इंटरेस्ट नीचे चला गया। बैठक में तय किया गया कि हार के कारणों को जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जा रही है, जो हरियाणा में जाकर नेताओं से चर्चा करके रिपोर्ट हाईकमान को सौपेंगी। कमेटी में कौन-कौन चेहरे शामिल किए जाएंगे, अभी उनके नामों पर चर्चा नहीं हो पाई है। करीब आधे घंटे चली मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने हुड्‌डा-सैलजा के मतभेदों पर कहा कि हार के बहुत सारे कारण हैं, जो चुनाव आयोग से लेकर नेताओं के मतभेद तक हैं। इन्हीं सब कारणों पर चर्चा हुई और आगे भी चर्चा करेंगे। इतना बड़ा उलटफेर, एग्जिट पोल जो कह रहे थे, बड़े से बड़ा सर्वे जो कह रहे थे, सभी के सभी एक साथ गलत साबित कैसे हो सकते हैं। आधे घंटे की मीटिंग में इस मामले में किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचा जा सकता है। आज की मीटिंग में हमने आगे की रणनीति पर चर्चा की है। आगे जो भी होगा, उसकी जानकारी केसी वेणुगोपाल देंगे।

इस मीटिंग में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को भी बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं आए। इस मीटिंग में सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को नहीं बुलाया गया था। लालू यादव के समधी और कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव को भी मीटिंग में शामिल होने का कोई मैसेज नहीं मिला। मीटिंग ऐसे टाइम पर बुलाई गई, जब सैलजा समर्थक हार के लिए सीधे तौर पर भूपेंद्र हुड्‌डा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। असंध से हारे पूर्व MLA शमशेर गोगी ने कहा कि ये कांग्रेस नहीं बल्कि हुड्‌डा कांग्रेस की हार है। वहीं अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि B-D गैंग यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्‌डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया।

जानिए, हरियाणा चुनाव में किसके पास क्या जिम्मेदारी थी…

भूपेंद्र हुड्‌डा: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा केंद्र बिंदु में रहे। पार्टी ने प्रचार के दौरान हुड्‌डा को मुख्य चेहरा बनाया था। चुनाव में कांग्रेस की सभी छोटी-बड़ी रैलियों में वह शामिल हुए। जहां-जहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी रैलियां नहीं कर पाए, वहां भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने प्रचार की कमान संभाली। कांग्रेस ने सैलजा-सुरजेवाला के दावों और बातों को दरकिनार कर हुड्‌डा को फ्री हैंड दिया।

उदयभान: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के पास विधानसभा चुनाव का पूरा प्रबंधन रहा। दिल्ली और स्थानीय नेताओं के बीच समन्वय बनाने की जिम्मेदारी थी। दिल्ली के बड़े नेताओं के साथ ही स्थानीय नेताओं की रैलियों के प्रबंधन का काम भी उदयभान ने संभाला। उदयभान हुड्‌डा के काफी करीबी माने जाते हैं। चुनाव के वक्त उन्होंने नौकरी बांटने वाला बयान भी दिया। वह खुद भी होडल सीट से चुनाव हार गए।

दीपक बाबरिया: हरियाणा के प्रभारी होने के नाते चुनाव से पहले टिकट वितरण का पूरा जिम्मा दीपक बाबरिया ने संभाला। स्थानीय नेताओं के इनपुट के आधार पर ही बाबरिया ने अपनी रिपोर्ट स्क्रीनिंग कमेटी तक पहुंचाई थी। जब सब टिकट फाइनल हो गए तो अचानक उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई, इसके बाद वह करीब एक सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती रहे थे।

हुड्‌डा समर्थक EVM पर ठीकरा फोड़ने में जुटे

भूपेंद्र हुड्‌डा समर्थक हरियाणा में हुई हार का ठीकरा EVM पर फोड़ रहे हैं। उनका दावा है कि प्रदेश में 20 सीटों की मतगणना में गड़बड़ी हुई है। प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने तो EVM हैक करने के भी आरोप लगाए। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को 7 सीटों की लिखित शिकायत सौंपी थी।

इसमें कांग्रेस ने कहा कि जिन EVM में ज्यादा वोट पड़े और फिर भी वह 90% चार्ज थी, इससे BJP को बढ़त मिली। हालांकि जो EVM 40-50% चार्ज थी, उसमें वोट भी कम थे, उनमें कांग्रेस को लीड मिली। उन्होंने इसमें गड़बड़ी का शक जताया। कांग्रेस ने इन EVM को सील कर वीवीपैट की पर्ची से मिलान करने की मांग रखी थी।

हरियाणा में हार पर नेताओं ने क्या कहा…

सैलजा बोलीं- तालमेल नहीं रखा गया

कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के लिए जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी।

गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई

करनाल की असंध सीट से 2306 वोटों से हारे शमशेर गोगी ने कहा कि एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अगर शीर्ष नेतृत्व ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तो वहां सारी बातें रखेंगे।

शमशेर गोगी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं। उन्होंने कहा कि असंध में रैली के लिए मैंने सारे इंतजाम किए थे, लेकिन हुड्डा ने अपने भाषण में मेरा नाम तक नहीं लिया।

परविंदर परी ​​​​​​बोले- कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया

अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि एक ही छत के नीचे रहने वाले नेता, जो 6 बार चुनाव हारते हैं उसके बाद कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देती है। बीडी गैंग, यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्‌डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया।

चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है। पार्टी ने ही बागी उम्मीदवार को कैंडिडेट उतार कर हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है। हमें लगता है कि कहीं न कहीं सैलजा सही टाइम पर आतीं तो आज चुनाव के नतीजे कुछ और होते।

बवेजा बोले- केवल एक नेता की बातों में आया हाईकमान

कुरुक्षेत्र शहरी से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने पूर्व सीएम हुड्‌डा का नाम लिए बगैर हाईकमान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हाईकमान केवल एक नेता की बातों में आ गया। दूसरे किसी भी कुशल नेता की बात नहीं मानी। जिसका खामियाजा आम जनमानस को भुगतना पड़ा और पार्टी को भी बहुत नुकसान हुआ।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जातीय समीकरण व हरियाणा के दिग्गज नेतागण राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा की रणनीति को ध्यान में रखता, तो ये जो नौबत आज हुई है, वो ना होती।

Author: JITESH PRAJAPAT

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