जयपुर। जिले में पूर्व टीचर की हत्या उसके पति ने ही की थी। आरोपी ने पांच दिन पहले हेयर ड्रायर के वायर (तार) से तकिए में करंट लगाकर पत्नी काे मारा था। फिर अलवर भाग गया था। हत्या के मामले में पुलिस ने गुरुवार को इलेक्ट्रिशियन पति को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पैसों के लालच में शादी की थी, लेकिन उसे कुछ नहीं मिला। वह पत्नी के टॉर्चर से भी परेशान था। उसके माता-पिता से पत्नी के गाली-गलौज करने पर छुटकारा पाने के लिए उसने हत्या का फैसला किया था। DCP (वेस्ट) अमित कुमार ने बताया- आरोपी पति सुनील कुमार (22) पुत्र मलुराम निवासी गोपालगंज (बिहार) को बिंदायका थाना पुलिस ने अरेस्ट किया है। वह पत्नी आरती गुप्ता (38) के साथ सिरसी बिंदायका स्थित वैशाली उत्सव एस्टेट सोसाइटी में रहता था। आरती हत्या से कुछ दिन पहले तक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थी। सुनील कुमार इलेक्ट्रिशियन और प्लंबर का काम करता था। सालभर पहले हुई थी दोस्ती, मंदिर में की शादी गिरफ्तार आरोपी सुनील से पूछताछ में सामने आया कि वह वैशाली उत्सव एस्टेट सोसाइटी में इलेक्ट्रिशियन और प्लंबर का काम करता था। सोसाइटी में चौथे फ्लोर पर स्थित फ्लैट में आरती गुप्ता रहती थी। करीब एक साल पहले आरती के फ्लैट में इलेक्ट्रिक से संबंधित प्रॉब्लम सुधारने के लिए गया था। इस दौरान एक-दूसरे के मोबाइल नंबर ले लिए। दोनों की मैसेज के जरिए बातचीत होने लगी। धीरे-धीरे दोस्ती हो गई, फिर प्रेम प्रसंग शुरू हो गया।
DCP (वेस्ट) अमित कुमार ने बताया- सुनील ने पैसों के लालच में आरती के उम्र में बड़ा होने के बावजूद शादी करने का ऑफर रखा। करीब 6 महीने पहले मंदिर में एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर आरती और सुनील ने शादी कर ली। शादी के बारे में पता चलने पर आरती के पेरेंट्स ने ऑब्जेक्शन नहीं किया। आरती के साथ सुनील भी फ्लैट में रहने लगा। आरती ने स्कूल में टीचर की जॉब भी छोड़ दी। घर की सारी जिम्मेदारी सुनील पर ही थी। सहन से बाहर हो गया था टॉर्चर पूछताछ में आरोपी सुनील ने बताया- शादी के बाद पैसे तो नहीं मिले, लेकिन आरती ने लगातार टॉर्चर करना शुरू कर दिया। उम्र के गैप और छोटी-छोटी बातों को लेकर उनके बीच झगड़ा होता रहता था। जॉब छोड़ने के बाद जिम्मेदारियों को लेकर आरती का टॉर्चर बढ़ गया। 12 अक्टूबर की शाम भी दोनों के बीच कहासुनी हुई। आरती ने उसे और उसके मां-बाप को गालियां दीं। सुनील रोज-रोज के टॉर्चर से परेशान हो गया था। पैसे नहीं मिलने पर पहले सुनील जैसे-तैसे आरती से पीछा छुड़ाना चाहता था। मां-बाप को गालियां देने पर उसे गुस्सा आ गया। उसी समय उसने आरती का मर्डर करने का मन बना लिया। 12 अक्टूबर की रात आरती बेडरूम में सो रही थी। सुनील जाग रहा था। हेयर ड्रायर से करंट लगाया, तड़पता छोड़ चला गया बाहर SHO (बिंदायका) भजन लाल ने बताया- 12 अक्टूबर की रात करीब 12-1 बजे के बीच आरती बेडरूम से उठकर बाथरूम में गई थी। आरती को मारने के लिए सुनील ने हेयर ड्रायर उठाया। हेयर ड्रायर को तोड़कर मुंह से उसके वायर निकाल दिए। आरती के तकिए के पास वायर को सेट कर बिजली के सॉकेट में प्लग लगा दिया। बेडरूम में लाइट बंद कर थोड़ा दूर लेट कर सोने का नाटक करने लगा। बेड पर आकर लेटते ही आरती के करंट लग गया। वह तड़पने लगी। आरती को तड़पता छोड़कर सुनील फ्लैट से बाहर आकर लॉबी में घूमने लगा। करीब 30 मिनट घूमने के बाद फ्लैट में अंदर जाकर देखा तो आरती बेसुध पड़ी थी।
एक्सीडेंट दिखाने के लिए बाथरूम में पटका प्लग हटाकर करंट बंद कर चेक करने पर आरती के मरने का पता चला। हत्या की जगह एक्सीडेंट दिखाने के लिए सुनील आरती के शव को घसीटते हुए बाथरूम में ले गया। बाथरूम में उल्टा पटकने के बाद हेयर ड्रायर का तार लगाकर आरती के हाथ पर दोबारा करंट लगाया। उसके बाद हेयर ड्रायर लगाकर वहीं छोड़ बाथरूम का गेट बंद कर दिया। आरती के मोबाइल से बुक करवाई कैब 13 अक्टूबर की सुबह आरती के मोबाइल से अलवर जाने के लिए कैब बुक की। सुबह करीब 6 बजे कैब आने पर फ्लैट को लॉक कर चला गया। हत्या को लेकर शक नहीं हो, सभी एक्सीडेंट समझें, इसलिए सुनील ने अलवर जाने के बाद आरती के परिजन को कॉल किया। दो-चार बार कॉल कर सुनील ने कहा- आरती मेरा फोन नहीं उठा रही है। पुलिस ने जताया हत्या का अंदेशा 14 अक्टूबर की रात आरती के परिजन बिंदायका थाने पहुंचे। परिजन ने बताया कि आरती का पति सुनील काम से बाहर गया है। दो दिन से सुनील और हमारे कॉल करने पर आरती से बात नहीं हुई। फ्लैट पर जाने पर बंद है। आरती के बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है। देर रात परिजन को लेकर बिंदायका थाना पुलिस फ्लैट पर पहुंची। गेट तोड़कर अंदर जाने पर फ्लैट में कोई नहीं था। बेडरूम का पंखा चलता मिला। बाथरूम का गेट खोलकर देखने पर आरती अर्द्धनग्न हालत में पड़ी मिली। उसका शरीर आधा जलकर काला पड़ चुका था। कमरे से बाथरूम के बीच जमीन पर घसीटने के निशान थे। पुलिस ने आरती की संदिग्ध मौत के साथ हत्या का अंदेशा जताया। पति बनाता रहा कहानी आरती की हत्या के शक में 17 अक्टूबर को अलवर से लौटते ही पुलिस ने सुनील को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी सुनील ने पुलिस को कहानी सुनाई। कहानी के तौर पर बताया कि रात को दोनों हंसी-खुशी थे। अलवर जाने के लिए सुबह आरती ने अपने मोबाइल से उसके लिए कैब बुक करवाई। घर से सुबह निकलते समय वह फ्लैट के गेट तक उसे छोड़कर गई थी। किसी प्रकार का झगड़ा होने की बात से मना करने के साथ पत्नी की मौत को लेकर दुखी होना भी जताया। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने करंट लगाकर पत्नी आरती की हत्या करना स्वीकार कर लिया।