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November 10, 2024 7:40 am


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सफाई कर्मचारी भर्ती को लेकर फिर शुरू हुआ विवाद : श्रमिक संगठनों ने की आवेदन तारीख आगे बढ़ाने की मांग, मंत्री बोले- 6 नवंबर को करेंगे फैसला

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

जयपुर। राजस्थान में 23 हजार 820 पदों पर सरकार ने सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकली है, लेकिन अब तक इस भर्ती प्रक्रिया में महज दस हजार अभ्यर्थी ही आवेदन कर सके हैं। इसको लेकर अब वाल्मीकि समाज ने आवेदन की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की है। संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा- सरकार ने हमारी मांग पर भर्ती नियमों में संशोधन तो कर दिया। लेकिन अभ्यर्थियों को सफाई अनुभव सर्टिफिकेट बनाने के लिए पर्याप्त वक्त नहीं दिया। इसकी वजह से अब तक भर्ती प्रक्रिया में लगभग 9 हजार 400 अभ्यर्थियों ने ही आवेदन किया है। वहीं इन दिनों दीपावली का पर्व भी चल रहा है। इसकी वजह से सरकारी विभागों में अवकाश है। ऐसे में हम सरकार से मांग करते हैं कि सफाई कर्मचारी भर्ती प्रक्रिया के आवेदन की तारीख को 6 नवंबर से 15 दिन आगे बढ़ाया जाए। ताकि सालों से नौकरी का इंतजार कर रहे योग्य उम्मीदवार भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा ले सके। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मीकि समाज की मांग को ध्यान में रखते हुए नियमों में संशोधन किया गया था। फिलहाल आवेदन की प्रक्रिया जारी है। ऐसे में 6 नवंबर के दिन ही भर्ती प्रक्रिया की तारीख आगे बढ़ाने को लेकर अधिकारियों से चर्चा के बाद कोई फैसला किया जाएगा। दरअसल, राजस्थान में सफाई कर्मचारियों की होने वाली भर्ती में में प्राइवेट कंपनियों की ओर से जारी प्रमाण-पत्र मान्य नहीं होंगे। नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद में सड़क की सफाई और सार्वजनिक सीवर की सफाई का काम करने वाली कंपनी और ठेकेदारों से जारी प्रमाण-पत्र ही मान्य होंगे। इनकी ओर से जारी प्रमाण-पत्र को नगर पालिका में अधिकारी और निगम आयुक्त या आयुक्त की ओर से नामित अधिकारी वेरिफाई करेंगे। जिसकी वजह से प्रदेशभर में अब तक लगभग 10 हजार सफाई कर्मचारी ही आवेदन प्रमाण-पत्र बनवा सके है।

पहले वाल्मीकि समाज ने किया था विरोध

इससे पहले राजस्थान में 24 हजार 797 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली गई थी। इसके लिए अभ्यर्थियों को 4 से 24 मार्च तक आवेदन का वक्त दिया था। 9,20,000 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर प्रदेशभर में सफाई कर्मचारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया था। 23 जुलाई से सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। 5 अगस्त को हड़ताल खत्म हुई थी। सरकार की ओर से 24 हजार से ज्यादा पदों पर निकाली गई भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर एक बार फिर नए सिरे से सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली गई है। इसमें वाल्मीकि समाज की प्राइवेट कंपनी की ओर से प्रमाण पत्र को मान्यता नहीं देने की मांग को मान लिया गया है।

सरकार ने मानीं मांगें

वाल्मीकि समाज ने सरकार से सफाई कर्मचारियों की भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने प्राइवेट कंपनियों द्वारा जारी सर्टिफिकेट को मान्यता नहीं देने की मांग की थी। इसे सरकार ने मानते हुए अब नगर पालिका, नगर निगम और नगर परिषद में 1 साल का काम कर चुके कर्मचारियों को ही भर्ती के लिए योग्य माना है। इसका सर्टिफिकेट भी इन विभागों में काम कर रहे अधिकारियों द्वारा ही जारी किया जाएगा।

Author: JITESH PRAJAPAT

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