उज्जैन। उज्जैन में खुद को भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) का अफसर बताकर 25 से ज्यादा युवतियों को ठगने वाले ने अपने कोचिंग टीचर तक को नहीं छोड़ा। 5 साल पहले जिस कोचिंग में यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) की तैयारी की, वहां सिलेक्शन का कहकर अपना झूठा सम्मान करवा लिया। घरवालों को भी बताया कि मैं इनकम टैक्स अधिकारी हो गया हूं। आरोपी सर्वेश कुमावत को जयपुर की विद्याधर नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह जयपुर में अजमेर रोड स्थित एक होटल में एक लड़की से मिलने पहुंचा था, तभी पुलिस ने उसे धरदबोचा। वह खुद को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) का जोनल डायरेक्टर बताकर युवतियों से चैट करता था। मोबाइल चैट से पता चला है कि सर्वेश ने 25 से ज्यादा युवतियों को ठगा है। इनमें से 21 सरकारी कर्मचारी हैं। उनके लाखों रुपए हड़प चुका है। उसके मोबाइल में कुछ युवतियों के साथ की गई आपत्तिजनक चैट भी मिली है।
कोचिंग जॉइन की, फीस नहीं दी
सर्वेश कुमावत उज्जैन शहर से 65 किलोमीटर दूर झारड़ा का रहने वाला है। उसका सपना यूपीएससी एग्जाम क्लियर करके अधिकारी बनने का था। इसके लिए 2019 में उज्जैन शहर की महाकाल वाणिज्य कॉलोनी में ‘युग निर्माण सिविल सर्विस एकेडमी’ कोचिंग क्लास जॉइन की थी। कोचिंग संचालक राघवेंद्र चौधरी ने बताया- एडमिशन लेने के बाद सर्वेश ने पिता की मौत और घर की परिस्थिति ठीक नहीं होने का कहकर फीस माफ करवा ली थी। चार महीने बाद कोचिंग आना बंद कर दिया था।
घर वालों को भी धोखा दिया
सर्वेश के पिता मनोहर कुमावत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े थे। उनकी गांव में किराने की दुकान थी। 2007 में उनकी सांप के काटने के कारण मौत हो गई थी। सर्वेश पर उज्जैन में कोई केस दर्ज नहीं है। सर्वेश के भाई ने निरंजन ने बताया-
ऐसे पकड़ में आया सर्वेश
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) जयपुर की महिला सब इंस्पेक्टर कृतिका गोयल ने विद्याधर नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमें कहा था कि सर्वेश ने दिल्ली की एक युवती को मैसेज भेजकर खुद को एनसीबी, जयपुर का जोनल डायरेक्टर बताया था। युवती ने उन्हें इस बारे में जानकारी दी। एनसीबी ने जांच की तो पता चला कि इस नाम का कोई आईआरएस अफसर ही नहीं है।
मोबाइल लोकेशन मिलते ही दबोच लिया
एनसीबी की रिपोर्ट मिलते ही पुलिस ने सर्वेश के मोबाइल नंबर ट्रेस किए तो उसकी लोकेशन जयपुर मिली। इसके बाद एनसीबी और पुलिस की टीमें होटल पहुंचीं और सर्वेश को दबोच लिया। आरोपी के मोबाइल में उज्जैन की प्राइवेट यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री मिली। उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच में सामने आया कि वह 25 से ज्यादा लड़कियों को फंसाकर चैट कर रहा है। कई महिलाओं से आपत्तिजनक चैट और लाखों रुपए लेने की जानकारी भी मिली है। पुलिस अब उन महिलाओं से संपर्क करने का प्रयास कर रही है।
अकाउंट ब्लॉक होने का झांसा देकर कर रहा था ठगी
मोबाइल चैट से सामने आया कि सर्वेश महिलाओं को बताया था कि उसका बैंक अकाउंट बड़ा ट्रांजेक्शन होने से ब्लॉक हो गया है। इसके बाद अर्जेंट जरूरत बताकर लाखों रुपए हड़प लेता था। वह महिलाओं को फंसाने के लिए मोबाइल एप के जरिए राजस्व विभाग के फर्जी ऑर्डर भी बना लेता था