भरतपुर। महिला थाने में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार शाम को बड़ी कार्रवाई करते हुए थाने और थाना प्रभारी के आवास से कुल 5 लाख 71 हजार 700 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं। तलाशी के दौरान थाने की अलमारियों से करीब 15 लिफाफे बरामद किए गए, जिन पर विभिन्न मुकदमों के नंबर दर्ज थे। इन लिफाफों में कुल रकम 4.54 लाख होना बताई जा रही है। यह छापेमारी एडिशनल एसपी अमित सिंह चौधरी के नेतृत्व में की गई। जिसमें थाने में संदिग्ध रकम मिलने की सूचना पर यह कदम उठाया गया। जानकारी के अनुसार एसीबी की टीम को मंगलवार को थाने में रखे हुए लिफाफों में अवैध राशि होने की गुप्त सूचना मिली थी। टीम के थाने पहुंचते ही पुलिसकर्मियों में अफरातफरी मच गई। एसीबी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी भंवर सिंह और उनके रीडर जय सिंह से पूछताछ शुरू कर दी है। पूछताछ में दोनों का जवाब संतोषप्रद नहीं रहा। थाना प्रभारी भंवर सिंह 2025 के मार्च महीने में सेवानिवृत होने वाले है। प्राथमिक जांच में इस रकम के स्रोत पर संदेह व्यक्त किया गया है। एडिशनल एसपी अमित सिंह चौधरी ने बताया कि बरामद रकम की पूरी जानकारी और इसके संबंध में विस्तृत जांच की जा रही है। एसीबी का यह कदम पुलिस विभाग में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। अधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में इस मामले में और भी जांच और पूछताछ की जाएगी ताकि भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचा जा सके।
एक करोड़ रुपए महीने से ज्यादा की कमाई का अंदेशा
बताया जा रहा है कि पकड़ी गई 4.54 लाख रुपए की रकम मंगलवार को ही थाने पहुंची थी। इस हिसाब से महिला थाने की एक महीने की अवैध कमाई 1 करोड़ रुपए से ज्यादा होने का अंदेशा जताया जा रहा है। एक दिन के सर्च ऑपरेशन में लिफाफों के माध्यम से 4 लाख 54 हजार रुपये नकद मिले। इसके अलावा थाना प्रभारी भंवर सिंह के सरकारी क्वार्टर की तलाशी में 1.17 लाख रुपए भी मिले। हालांकि थानाधिकारी का कहना है कि उन्हें पता ही नहीं कि यह रकम कहां से आई। टीम द्वारा की गई पूछताछ में रीडर जय सिंह व थाना प्रभारी भंवर सिंह ने बताया कि इतने रुपये कहां से आया और किसने लाकर रखे हैं इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
एक माह पहले महिला आयाेग की अध्यक्ष ने कहा था- प्रदेश में सबसे बुरे हैं भरतपुर महिला थाने के हालात
16 अक्टूबर को भरतपुर आईं राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने भरतपुर के महिला थाने की हालत प्रदेश में सबसे खराब बताई थी। थाने की बिल्डिंग जर्जर है, शौचालय गंदा है, उसमें पानी नहीं आता है, दरवाजा भी नहीं है। इसके अलावा महिला थानेदार और स्टाफ भी नहीं है। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में महिला थाने की बुरी हालत है। थाने में महिला थानेदार समेत अन्य महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती होनी चाहिए। ताकि महिला फरियादी अपनी समस्या को बता सकें। अध्यक्ष ने कहा कि आयोग में सबसे ज्यादा शिकायतें भरतपुर और अलवर की महिलाओं की पहुंचती हैं। इसलिए वह यहां आई।
स्थाई आवास पर छापेमारी नहीं, और भी रकम मिलने की संभावना
महिला थाने में एसीबी की छापेमारी के दौरान करीब 5.71 लाख रुपए नकद बरामद किए गए, लेकिन यह कार्रवाई केवल थाने और थाना प्रभारी भंवर सिंह के सरकारी क्वार्टर तक सीमित रही। रीडर और थाना प्रभारी के स्थाई निवासों पर कोई छापेमारी नहीं की गई। रीडर जय सिंह का स्थाई निवास भरतपुर में है, जबकि थाना प्रभारी भंवर सिंह का स्थाई निवास करौली जिले में बताया जा रहा है। टीम ने फिलहाल थाने में मिली राशि की जांच जारी रखी है।