पाली। मैं महाराष्ट्र में सिल्वर ज्वेलरी का बिजनेस करता हूं। बाबूराव मेरे कारीगर हैं। वे मेरे लिए चांदी के जेवर बनाते हैं। प्रमोद भी इसी बिजनेस से जुड़े हैं। बाबूराव, उनके परिवार और प्रमोद को मैं राजस्थान घुमाने के लिए लाया था। हम ट्रेन से बुधवार (13 नवंबर) की शाम पाली के जवाई बांध रेलवे स्टेशन पर उतरे। वहीं एक होटल में स्टे किया। गुरुवार (14 नवंबर) सुबह सिरोही के शिवगंज गए जहां परिचित व्यापारी (अशोक कुमार) से उसकी हंडई ऑरा कार ली। कार में मैं, प्रमोद, बाबूराव, उनकी पत्नी सारिका, बेटी साक्षी और बेटा संस्कार..सभी लोग जोधपुर घूमने निकल गए। कार लौटाने के लिए हम शिवगंज जा रहे थे। रात 9.30 बज रहे थे। मैं कार ड्राइव कर रहा था। प्रमोद ने सीट बेल्ट हटाकर पीछे की जेब से वॉलेट निकाला। इसके बाद अचानक रोड पर गाय आ गई। कार बेकाबू हो गई। तेज धमाका हुआ और कार एक पेड़ से फुल स्पीड में टकराई। बाबूराव, सारिका, साक्षी और संस्कार उछलकर 20-25 फीट दूर जाकर गिरे। ये कहना है पाली में गुरुवार रात 9.30 बजे हुए कार एक्सीडेंट में बचे महाराष्ट्र के बिजनेसमैन चिन्मय (19) का। यह हादसा पाली जिले के सांडेराव थाना इलाके में केनपुरा गांव (बिरामी टोल) के पास हुआ था।
चिन्मय, बाबूराव, कार मालिक एक बिजनेस से जुडे़
चिन्मय, बाबूराव (47), प्रमोद जैन (40) और कार मालिक अशोक कुमार सभी एक ही बिजनेस से जुड़े हैं। चिन्मय महाराष्ट्र के कोल्हापुर से है। बाबूराव और उनका परिवार इस हादसे में खत्म हो गया। बाबूराव कोल्हापुर के कलगंडी के रहने वाले थे। चिन्मय ने बताया- मैंने सीट बेल्ट लगा रखा था। एयर बैग भी खुल गए। इसलिए भीषण हादसे के बाद भी जान बच गई। पास बैठे प्रमोद के सामने एयर बैग खुला लेकिन सीट बेल्ट न होने के कारण उसका चेहरा फ्रंट मिरर और डैशबोर्ड से टकरा गया।
प्रमोद को देख रोने लगा चिन्मय
हादसे के बाद सभी को सांडेराव हॉस्पिटल ले जाया गया था। मृतकों के शव मॉर्च्युरी में रखवाए गए। चिन्मय और प्रमोद को बांगड़ हॉस्पिटल रेफर किया गया। चिन्मय को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं प्रमोद का इलाज चल रहा है। शुक्रवार दोपहर बांगड़ हॉस्पिटल (पाली) में घायल साथी प्रमोद जैन की हालत देख चिन्मय रोने लगा। प्रमोद के जबड़े, नाक और आंख में गहरी चोटें आई हैं। चिन्मय बार-बार यही पूछ रहा था कि बाबूराव और उसका परिवार कैसा है। वो लोग ठीक तो हैं न, प्लीज एक बार उनसे मिलवा दो। चिन्मय को नहीं बताया गया है कि बाबूराव और उनका परिवार हादसे में खत्म हो चुका है। चिन्मय और प्रमोद को संभालने पाली शहर पार्षद विकास बुबकिया बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचे। उनके साथ महाराष्ट्र मूल के कुछ पाली निवासी भी थे जो सांत्वना दे रहे थे। चिन्मय को बताया कि बाबूराव और उनका परिवार घायल है, इलाज चल रहा है।
‘काश किराए की कार से घूमने जाते‘
चिन्मय ने बताया- शिवगंज (सिरोही) के व्यापारी अशोक कुमार के यहां मेरा माल आता है। उनकी गाड़ी लेकर हम जोधपुर घूमने गए थे। शिवगंज लौटने के बाद शुक्रवार को हमारा प्रोग्राम जयपुर घूमने का था। बाबूराव ने पाली स्टेशन से ही किराए की कार लेकर घूमने जाने की बात कही थी। लेकिन मैंने कहा कि अशोक कुमार की कार से जाएंगे। काश बाबूराव की बात मान लेता, किराए की कार लेकर घूमने जाते तो शायद हादसा नहीं होता। सांडेराव थाना इंचार्ज लक्ष्मण सिंह ने बताया- हादसे की जानकारी बाबूराव के परिजनों को दी गई है। वे कोल्हापुर से रवाना हो गए। शुक्रवार रात 11 बजे तक सांडेराव पहुंचने की कह रहे थे। उनके आने के बाद शनिवार को मृतकों का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि मृतकों के फोन लॉक हैं। जबकि चिन्मय का आईफोन डैमेज हो चुका है। ऐसे में फोन से अधिक जानकारी नहीं मिल पाई है।
गाय से बचने की कोशिश में बेकाबू होकर पेड़ से टकराई थी कार
पाली जिले के सांडेराव थाना क्षेत्र के केनपुरा गांव के पास गुरुवार रात 9.30 बजे तेज रफ्तार हंडई ऑरा कार खाई में उतर कर पेड़ से टकरा गई थी। हादसा नेशनल हाईवे 162 पर हुआ था। सामने आया कि रोड पर आई गाय से बचने की कोशिश में हादसा हुआ। हादसे में महाराष्ट्र के कोल्हापुर क्षेत्र के कोडोली भाता हुपरी तहसील हाथ कलंगडी निवासी बिजनेसमैन बाबूराव (47), उनकी पत्नी सारिका (38), बेटी साक्षी (19) और बेटे संस्कार (17) की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में चिन्मय (19) पुत्र रवि और प्रमोद जैन (40) पुत्र पुरेन्द्र जैन घायल हो गए थे।