जयपुर। सोमवार को जयपुर ने अपना 297वां जन्मदिन अनोखे अंदाज में मनाया। इस मौके पर सोमवार रात हेरिटेज नगर की ओर से अल्बर्ट हॉल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां राजस्थान के लोक कलाकारों ने ऐसी छटा बिखेरी की। पूरा माहौल पिंकसिटी की खूबसूरती में समां गया। जयपुर लोकरंग उत्सव के नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में राजस्थान के लोक कलाकारों ने रंग रंगीलो राजस्थान की झलक सभी के सामने प्रस्तुत की। कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने एंजॉय करते हुए जयपुर का बर्थ-डे सेलिब्रेट किया। इस मौके पर हेरिटेज नगर निगम की मेयर कुसुम यादव भी कदम थिरकाने से नहीं चूकी। उन्होंने दर्शकों और कलाकारों के साथ राजस्थानी धुनों पर डांस किया, जिसकी सभी ने सराहना की।
हेरिटेज निगम महापौर कुसुम यादव ने बताया- गुलाबी नगरी के 297 साल पूरे होने पर पिछले एक माह से अनवरत जयपुर समारोह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। सोमवार को समारोह का समापन जयपुर लोकरंग उत्सव आयोजित किया गया। इस दौरान राजस्थानी लोक संस्कृति को साकार करते हुए 150 से ज्यादा राजस्थानी कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति देकर शहरवासियों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में विधायक गोपाल शर्मा, विधायक प्रत्याशी चंद्र मोहन बटवाड़ा, ग्रेटर महापौर डॉ सौम्या गुर्जर, उप महापौर पुनीत कर्णावत सहित पार्षद और अधिकारी मौजूद रहे।
राजस्थानी कलाकारों ने अलग-अलग प्रस्तुति दी
हेरिटेज निगम आयुक्त अरुण हसीजा ने बताया कि जयपुर स्थापना के अवसर पर हेरिटेज निगम की ओर से आयोजित जयपुर लोकरंग उत्सव में राजस्थानी कलाकारों ने विभिन्न प्रस्तुति दी। इनमें चरी नृत्य, उमराव, शहरिया नृत्य, चंग धमाल, घूमर नृत्य, भवई डांस की प्रस्तुति दी गई। वहीं कालबेलिया नृत्यांगना पद्मश्री गुलाबो सपेरा के कालबेलिया नृत्य से सभी दर्शकों का मन मोह लिया। इसके अलावा सुपर स्टार गायक थानू खा ने राजस्थानी गीत गाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के अंत में भव्य आतिशबाजी भी की गई।
स्टेच्यू सर्किल पर दीपदान में शामिल हुई दीया कुमारी
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी जयपुर स्थापना दिवस को सेलिब्रेट करने स्टैच्यू सर्किल पहुंची। नगर निगम ग्रेटर जयपुर की ओर से स्टैच्यू सर्किल पर आयोजित दीपदान एवं रोशनी कार्यक्रम में जयपुर वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा- जयपुर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ और नियोजित शहरों में से एक है। यह युनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल है। यह एक ऐसा शहर है जिसकी स्थापना सवाई जयसिंह द्वितीय की ओर से 18 नवम्बर 1727 में पूर्ण वैज्ञानिक तरीके से तथा वास्तु शास्त्र के आधार पर की गई है। जयपुर की ऐतिहासिक विरासत को संरक्षण प्रदान करने के साथ ही यहां आधुनिक विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता से काम कर रही हैं। उन्होंने कहा- जयपुर के परकोटे में 100 करोड़ के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।