जयपुर। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की एडहॉक कमेटी को लेकर सियासी विवाद खड़ा हो गया है। श्रीगंगानगर जिला संघ के सेकेट्री विनोद सहारण ने एडहॉक कमेटी के सदस्य धर्मवीर सिंह शेखावत और रतन सिंह पर कांग्रेस के एजेंट के तौर पर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह दोनों भ्रष्टाचार कर खिलाड़ियों का सिलेक्शन कर रहे राजस्थान के युवा खिलाड़ियों का भविष्य खराब कर रहे हैं। ऐसे में इन दोनों को हटाने के साथ ही इनके खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर अब मैं मुख्यमंत्री और खेल मंत्री से शिकायत करूंगा। विनोद सहारण ने कहा कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की एडहॉक कमेटी के सदस्य धर्मवीर सिंह शेखावत और रतन सिंह ने भ्रष्टाचार मचा रखा है। यह दोनों कांग्रेस के एजेंट बनकर भारतीय जनता पार्टी से समर्थित जिला संघों के खिलाफ षड्यंत्र के तहत साजिश र रहे हैं। जबकि यह दोनों पूरी तरह से कांग्रेसी है। इनमें धर्मवीर सिंह तो वैभव गहलोत की कोर टीम में शामिल था। जबकि रतन सिंह कांग्रेस का एजेंट बनकर काम करता आया है।
सहारण ने कहा कि वैसे तो एडहॉक कमेटी के कन्वीनर के पास सबसे ज्यादा शक्तियां होती है लेकिन मौजूदा हालात में धर्मवीर सिंह और रतन सिंह ही राजस्थान के क्रिकेट को चला रहे हैं। यह दोनों मिलकर अपने पसंदीदा कांग्रेसी लोगों को सिलेक्शन कमिटी की जिम्मेदारी दे रहे हैं। जिनसे मिलकर यह जमकर भ्रष्टाचार कर प्रतिभावान खिलाड़ियों की जगह डमी खिलाड़ियों को राजस्थान टीम में शामिल कर रहे हैं।
- कांग्रेस के एजेंट बनकर कर रहे काम
उन्होंने कहा कि धर्मवीर सिंह और रतन सिंह ने पाली और बीकानेर जिला संघों के खिलाड़ियों को सही तरीके से सिलेक्ट नहीं किया है। इन दोनों जिलों में भी सिलेक्शन प्रक्रिया में बड़ी गड़बड़ी हुई है। इन दोनों ही जिला सांडों में नॉन परफॉर्मर खिलाड़ियों को प्रदेश टीम में शामिल कर दिया गया। वहीं श्रीगंगानगर, भरतपुर, अलवर नागौर धौलपुर समेत जो भी जिला संघ भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से जुड़े थे। उनके प्रतिभावान खिलाड़ियों को भी मौका नहीं दिया गया है जबकि इन जिलों से भारतीय टीम में कई खिलाड़ी अब तक शामिल हो चुके हैं। ऐसे में एडहॉक कमेटी द्वारा सेलेक्ट किए गए प्लेयर्स की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
- सिलेक्टर्स पर बना रहे दबाव
सहारण ने कहा कि इन दोनों ने ही सिलेक्टर्स पर दबाव बनाकर कन्हैयालाल स्वामी जैसे खिलाड़ी को रणजी ट्रॉफी जैसे बड़े मुकाबले की टीम में शामिल करवा दिया। जबकि वह इस लायक ही नहीं है कि रणजी ट्रॉफी का मुकाबला खेल सके। वहीं राजेश बिश्नोई सीनियर को रणजी ट्रॉफी और दिनेश विश्नोई को अंडर 16 समेत उदयपुर से राजस्थान टीम के कोच बनाने का काम रतन सिंह और धर्मवीर सिंह द्वारा ही किया गया है।
- CM से करूंगा शिकायत
सहारण ने कहा कि मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से मिल कर इन दोनों कांग्रेसी एजेंट को हटाने और इनके निष्पक्ष जांच की मांग करूंगा। क्योंकि इन दोनों ने राजस्थान के युवा खिलाड़ियों के भविष्य को बर्बाद करने का काम किया है। सहारा ने कहा कि सिलेक्शन कमिटी की मीटिंग में भी रतन सिंह और धर्मवीर सिंह नियमों के विपरीत जाकर हिस्सा लेते हैं। इन लोगों ने डूंगरपुर जिला संघ के भांजे को शतक लगाने के बावजूद टीम में शामिल नहीं होने दिया। क्योंकि रतन सिंह और धर्मवीर सिंह सिफारशी लड़कों को टीम में शामिल करना चाहते थे। इन दोनों का किन-किन क्रिकेट एकेडमी से संबंध है। अब तक इन्होंने एडहॉक कमेटी में रहते हुए क्या-क्या काम किया। इसकी भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। ताकि प्रदेश की जनता को भी राजस्थान क्रिकेट संघ में चल रहे गड़बड़ घोटाले की असलियत पता चल सके।