गुरला :-(बद्री लाल माली)भारत के महान सामाजिक पुरोधा महात्मा ज्योतिबा फूले की 134वीं पुण्यतिथि फूले सेवा संस्थान के तत्वावधान में मनाई गई। इस अवसर पर महात्मा ज्योतिबा फूले की भीलवाड़ा स्थित देवरिया बालाजी के समीप प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया गया।
फूले सेवा संस्थान के अध्यक्ष गोपाल लाल माली ने पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने आजादी से 100 साल पहले देश में सामाजिक क्रांति की अलख जगाई थी। छूआछूत, ऊंच नीच, भेदभाव आदि तमाम कुरीतियों का उन्मूलन कर सामाजिक समरसता का उन्होंने देश को संदेश दिया। युवा पीढी को आज महात्मा ज्योतिबा फुले के इस संदेश को आत्मसात करने की जरूरत है। महात्मा ज्योतिबा फुले की शिक्षाएं वर्तमान में भी प्रासंगिक हैं। महात्मा जी ने सामाजिक कुरीतियों का पुरजोर विरोध किया तथा शिक्षा के प्रचार-प्रसार में अनुकरणीय योगदान दिया था। आज हम सभी संकल्प लें कि उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करें।
विचार गोष्ठी एवं पुष्पाजंलि कार्यक्रम में माली (सैनी) महासभा के जिला अध्यक्ष भैरूलाल माली, सैनी कर्मचारी संस्था के अध्यक्ष तोताराम माली, युवा महासभा के जिलाध्यक्ष हरनारायण माली, जिला यूनेस्को एसोसिएशन के अध्यक्ष चेतन मानसिंहका, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ललित अग्रवाल,जिला महामंत्री सत्यनारायण गुलगांवा,जिलामंत्री मुरलीधर सैनी, पहले सेवन संस्थान के कोषाध्यक्ष शंकर गोयल,गोपाल चुलीवाल भेरूलाल माली , चौथमल रागस्या, नारायण माली, भैरूलाल माली, लादूलाल माली, प्रभु लाल माली, लक्ष्मण श्रीवावाल,नानूराम गोयल, सुखदेव माली ,राजेश जीनगर, चिरंजीलाल, देवीलाल माली, बंसीलाल माली,सुखदेव माली,सहित संस्था के समस्त पदाधिकारीगण एवं सदस्य सहित समाज के गणमान्य लोग एवं फूले के अनुयायी उपस्थित थे।