भीलवाड़ा। जिले के मेजा गांव में दो दिन पहले हुई एक विवाहिता की डेथ के बाद कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इनका आरोप है कि पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। मृतका के पिता ने अपनी बेटी की हत्या का संदेह व्यक्त करते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
मामला मांडल थाना क्षेत्र का है। दो दिन पहले एक विवाहिता की मौत के बाद कार्रवाई नहीं होने से नाराज मेजा गांव के ग्रामीण इकट्ठा हुए और हत्यारे को फांसी देने की मांग की। लोगों ने नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया।करीब एक घंटे चले प्रदर्शन के बाद थाना प्रभारी संजय गुर्जर की समझाइश और कड़ी कार्रवाई की आश्वासन के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
यह था मामला
मांडल थाना क्षेत्र के मेजा गांव के बलाई मोहल्ला में रहने वाली एक विवाहिता कांता मेघवंशी (30 ) ने फंदे से लटका शव की सूचना मिलने पर मांडल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिला के शव को फंदे से उतरवा मांडल चिकित्सालय की मॉर्च्युरी में रखवाया।
महिला के पिता भेरूलाल ने पुलिस को एक रिपोर्ट दी थी जिसमें उसने बताया कि उसकी बेटी कांता की शादी बलाई खेड़ा में रहने वाले भेरू के साथ हुई थी। बेटी ने उन्हें बताया कि उनका दामाद भेरू उसके साथ आए दिन गाली गलौज कर और मारपीट करता था। उन्हे पूरा संदेह है कि बेटी की हत्या हुई है।
मृतका के पति भेरू ने बताया कि बीती रात वो अपनी पत्नी और दोनों और बेटियां खाना खाकर सो गए थे। जब उठा तो कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था, उसने अपने को पत्नी को आवाज लगाई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उसने अपने मिलने वाले को फोन कर कमरे का दरवाजा खोलने के लिए बुलाया। जब वो अंदर आया तो उसने देखा कि महिला कांता कमरे के बाहर बरामदे में फांसी के फंदे से लड़की हुई है। उसने इसकी जानकारी गांव वालों और सरपंच को दी। मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमॉर्टम करवा परिजनों को सौंपा था और मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।