जोधपुर। भारतीय सेना के दो हेलिकॉप्टर चेतक की शेरगढ़ (जोधपुर) के पास इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। जैसे ही लोगों ने स्कूल के मैदान में हेलिकॉप्टर को उतरते हुए देखा तो वहां भीड़ लग गई। मामला बुधवार दोपहर करीब 3 बजे का है। अभी भी दोनों हेलिकाॅप्टर स्कूल के मैदान खड़े है। बताया जा रहा है कि तकनीकी खामी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी। हालांकि इस मामले में अभी सेना की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
लोगों की भीड़ के बाद पुलिस पहुंची मौके पर, आसमान में काटे 10 चक्कर
शेरगढ़ एसएचओ सवाई सिंह ने बताया कि दो चेतक हेलिकापॅटश्र ने प्रैक्टिस के लिए जोधपुर आर्मी बेस कैंप से उड़ान भरी थी। दोपहर करीब 2 बजकर 45 मिनट पर शेरगढ़ गांव के ऊपर ये दो हेलिकॉप्टर मंडराने लगे।
आसमान में करीब 10 राउंड इन दोनों हेलिकॉप्टर ने काटे। गांव के ऊपर सेना के हेलिकॉप्टर को उड़ता देख लोगों की भीड़ शामिल हो गई। 15 मिनट बाद दोपहर करीब 3 बजे दोनों हेलिकॉप्टर की शेरगढ़ के संस्कृत स्कूल के खेल मैदान में इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। पायलट को तकनीकी खामी नजर आई थी, जिसके बाद दोनों हेलिकॉप्टर के पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग करवाई है।
इधर, पुलिस अधिकारियों को सूचना मिलने पर वे भी मौके पर पहुंचे। वहीं हेलिकॉप्टर को देखने के लिए स्कूल के मैदान में ग्रामीणों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। ग्रामीण वीडियो के साथ सेल्फी लेने लगे। इस पर पुलिसकर्मियों की ओर से ग्रामीणों को हटा कर वहां घेराबंदी की गई।
एक घंटे बाद दोबारा लौटा दूसरा हेलिकॉप्टर
एक हेलिकॉप्टर की लैंडिंग होने के बाद पायलट ने तुरंत उड़ान भर दी। ये हेलिकॉप्टर 1 घंटे बाद शाम करीब 4 बजे दोबारा इसी मैदान में आया। बताया जा रहा है कि स्कूल मैदान में खड़े हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी थी। किसी पार्ट्स को लेकर दूसरे हेलिकॉप्टर के पायलट दोबारा यहां पहुंचे। शाम करीब 5 बजे तक दोनों हेलिकॉप्टर स्कूल मैदान में ही खड़े रहे।
हालांकि मौके पर मौजूद जवानों का कहना है कि यह प्रैक्टिस का हिस्सा है। जबकि प्रारंभिक तौर पर सामने आया कि तकनीकी खराबी की वजह से इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई है।
9 महीने में तीसरी बार इमरजेंसी लैंडिंग
9 महीने में हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग का ये तीसरा मामला है। इससे पूर्व 9 महीने पहले डीडवाना में मेगा हाईवे पर स्थित एक गोशाला में एक के बाद एक सेना के दो चेतक हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। हालांकि, 10 मिनट बाद दोनों हेलिकॉप्टर ने फिर से उड़ान भरी। दावा किया जा रहा है कि इंजन में चिप वॉर्निंग के कारण ये उतरे थे।
वहीं 28 दिन पहले भी भारतीय वायुसेना के रूद्र हेलिकॉप्टर की नागौर के मेड़ता में इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। बताया गया था कि तकनीकी खामी आने के कारण इसे जसनगर के खेत में लैंड कराया गया। तकनीकी खामी को दूर करने के बाद हेलिकॉप्टर ने फिर उड़ान भरी थी।