उदयपुर। जिले की गोवर्धन विलास थाना पुलिस ने हाईवे पर फाइनेंस कर्मियों को लूटने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। गिरोह के 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पिछले 9 माह में 8 फाइनेंस कर्मियों से 8.63 लाख रुपए लूटना कबूल किया है। ये पैसे आरोपी आपस में बांट लेते और मौज-शौक में उड़ा देते। आरोपी उदयपुर व सलूंबर के ग्रामीण क्षेत्रों में फाइनेंस कर्मचारियों की रैकी करते और पैसे लेकर निकलने पर हाईवे पावर बाइक से पीछा कर लूट लेते। थानाधिकारी भवानी सिंह राजावत ने बताया कि मामले में परसाद, सलूंबर निवासी राकेश मीणा और पाटिया निवासी अजीत मीणा को गिरफ्तार किया है। दोनों से पूछताछ जारी है।
बता दें, चित्तौड़गढ़ जिले में कपासन निवासी अफजल मोहम्मद ने 28 नवंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें बताया कि वह तीतरड़ी स्थित टीकेएम क्रेडिट एक्सेस ग्रामीण लिमिटेड में काम करते हैं। गत 27 नवंबर को बारापाल से लोन की किस्तों के 78 हजार रुपए लेकर उदयपुर लौट रहे थे। रास्ते में काया जैन मंदिर के पास बाइक पर आए 3 बदमाशों ने मारपीट की। फिर पैसों से भरा बैग लूटकर भाग गए। पुलिस ने 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। 100 किलोमीटर एरिया में लगे मोबाइल टावर से डेटा निकाला। तब जाकर आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी हो पाई। कार्रवाई दल में एएसआई मनोहर सिंह, प्रदीप कुमार, कॉन्स्टेबल दिनेश कुमार, दिनेश सिंह, शैतान राम, सुरेन्द्र सिंह, अंकित सिंह, मोहनलाल और लोकेश रायकवाल शामिल थे।
कैश कलेक्शन लेकर जाने वालों पर रखते थे नजर
पूछताछ में आरोपियों ने पिछले 9 माह में 8 लूट की वारदातों को कबूल किया। हर बार फाइनेंस कर्मी को ही निशाना बनाया। गत 16 फरवरी को काया हाईवे पर फाइनेंस कर्मी से 72 हजार रुपए, 16 मार्च को 98 हजार रुपए, 23 मई को उंडावेला हाईवे पर 88 हजार रुपए, 26 जुलाई को इसी हाईवे पर 79 हजार, 1 नवंबर को 1.50 लाख रुपए, 4 अक्टूबर को 1.90 लाख, 22 नवंबर को 1.08 लाख और 27 नवंबर को 78 हजार रुपए लूट लिए। गिरोह से जुड़े बदमाश उदयपुर और सलूंबर के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित फाइनेंस कंपनियों की रैकी करते हैं। फिर एक बदमाश पैसे लाने ले जाने वाले फाइनेंस कर्मी पर नजर रखता है। जब वह कैश कलेक्शन को शहर के लिए रवाना होता है तो रैकी करने वाला बदमाश साथियों को सूचना देता और फिर हाईवे पर लूट की योजना बनाते थे।