दौसा। जिले के महवा से विधायक राजेंद्र मीणा ने जनसुनवाई के दौरान कहा- मैंने कई अधिकारियों का रवैया देखा है, जिनसे जनता परेशान है। उन्होंने एसडीएम-तहसीलदार समेत वहां मौजूद अधिकारियों से कहा कि अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दे दिए जाए कि वह आमजन का शोषण करना बंद कर दें। अगर किसी भी अधिकारी-कर्मचारी के द्वारा आमजन के किसी भी कार्य की एवज मे पैसे मांगकर उसका शोषण करने की शिकायत मिली तो उन्हें कतई बक्शा नहीं जाएगा।
मीणा ने बुधवार को दौसा के मंडावर में जनसुनवाई की थी। उन्होंने इस दौरान अधिकारियों से कहा- अगर यहां काम करना है तो ईमानदारी के साथ करें। क्षेत्र मे भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनसुनवाई में कोई भी फरियादी जनसमस्या लेकर आए तो उसकी समस्याओं का हर हाल में समाधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर आदमी मान-सम्मान का भूखा है। इसलिए कोई भी व्यक्ति किसी भी अधिकारी के पास समस्या लेकर आए तो फरियादी का विनम्र भाषाशैली में वार्ता कर उसकी समस्या सुनकर नियम के अनुसार कार्य करें।
उन्होंने कहा- इस बैठक के बाद सभी अधिकारी व कर्मचारी अपने मन को बदलकर स्वच्छ शैली के साथ कार्य करें। इसके बावजूद अगर मन नहीं बदल सकता उन्हें हम यहां रुकने नहीं देंगे। हमें पूरी ईमानदारी के साथ जनता की सेवा करनी है। सरकार इस कार्य के लिए हमें तनख्वाह देती है। विधायक ने एसडीएम से कहा कि क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को तीन दिन में संबंधित अधिकारियों से बात कर समाधान करें।
जनसुनवाई में शिकायतों का अंबार
मंडावर के उपखंड कार्यालय में विधायक राजेंद्र मीणा ने जनसुनवाई के दौरान विधायक ने लोगों की समस्याओं को एक-एक कर सुना और संबंधित विभागीय अधिकारियों से मौके पर ही समाधान करने का निर्देश दिए। जनसुनवाई में बिजली, पानी व सड़क से जुड़े मुद्दे छाए रहे। इस दौरान जलदाय विभाग की सबसे ज्यादा अधिकांश समस्याएं मिली। फरियादियों के आरोप लगाते हुए कहा कि जलदाय विभाग के अधिकारियों को पेयजल समस्याओं के लिए कॉल किया जाता है, तो अधिकारी कॉल ही नहीं उठाते। जिसकी वजह से क्षेत्र के लोग पीने के पानी के लिए परेशान हैं।