जयपुर। श्रम विभाग के अधीन संचालित श्रमिक कल्याण मंडल के बाहर आज यहां कार्यरत 218 संविदा कार्मिकों ने धरना दिया। इस दौरान कर्मचारियों ने भूख हड़ताल का एलान किया। इस दौरान एकीकृत कर्मचारी महासंघ ने आज आंदोनल में शामिल होकर अपना समर्थन दिया और संघ अध्यक्ष ने आंदोलनरत कर्मचारियों को नौकरी नहीं जाने देने का आश्वासन दिया।
आंदोलन कर रहे कर्मचारियों ने बताया- कॉन्ट्रेक्ट रिन्यू नहीं करने से विभाग में कार्यरत 218 कर्मचारी बेरोजगार हो गए। ये ही कर्मचारी पिछले 10 वर्षों से मंडल की जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रहे थे। लेकिन विभाग ने अब अनुबंध समय रिन्यू नहीं करने से सभी 218 कार्मिकों बेरोजगार हो गए हैं।
कर्मचारियों ने बताया कि इस मामले में सभी ने मुख्यमंत्री कार्यालय के अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा, गृहमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म को ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा बताई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार एक तरफ रिसर्जेंट राजस्थान आयोजित करके लाखों बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा कर रही है, लेकिन सरकार के विभाग में संविदा पर कार्यरत कर्मचारी कॉन्ट्रेक्ट नहीं रिन्यू करने से बेरोजगार हो रहे है।
कर्मचारी संघ ने दिया समर्थन
आज आंदोलन में श्रम विभाग के मुख्यालय पर एकीकृत कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारी भी पहुंचे। इस मौके पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़, इंटक के प्रदेश उपाध्यक्ष घासीलाल शर्मा, सीटू के प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह राठौड़ ने आंदोलन को संबोधित करते हुए कहा, कि संघ के सभी पदाधिकारी बेरोजगार हुए कर्मचारियों के साथ है।
अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि संघ का प्रयास रहेगा कि किसी भी कर्मचारी की नौकरी न जाए और कोई बेरोजगार नहीं हो। इसके लिए वे सरकार के हर स्तर पर इस मामले को उठाएंगे।