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July 6, 2025 5:05 pm


जोधपुर में सामूहिक सुसाइड, मां-बेटों ने जहर पीया : 1 युवती समेत 4 पर आरोप लगाया; मरने से पहले रिश्तेदारों को भेजा सुसाइड नोट

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

जोधपुर। जिले में मां और 2 बेटों ने पारिवारिक विवाद के चलते सामूहिक आत्महत्या कर ली। तीनों ने जहर पीकर अपनी जान दे दी। सुबह मौसेरा भाई घर पहुंचा तो तीनों जमीन पर गिरे थे और मुंह से झाग निकल रहे थे। इसके बाद ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस पहुंची और तीनों के शव को मॉर्च्युरी में रखवाया गया। तीनों का अब मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। मामला जोधपुर के ओसियां थाना इलाके के बिगमी गांव का सुबह 11 बजे का है।

मां और दो बेटों ने किया सुसाइड

ग्रामीण एसपी राम मूर्ति जोशी ने बताया- मां और दो बेटों की सुसाइड करने की सूचना मिली थी। ओसियां थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। प्रारंभिक तौर पर जहरीला पदार्थ खाने से उनकी मैत होना सामने आया है। मामले में जांच की जा रही है।

ओसियां थाने के SHO राजेश कुमार गजराज ने बताया कि सुबह ग्रामीणों की सूचना पर बिगमी गांव पहुंचे थे। मरने वालों में भंवरी देवी (55) पत्नी अनोपसिंह राजपुरोहित, नवरत्न (27) और प्रदीप (24) ने सुसाइड किया है।

सोशल मीडिया पर आए स्क्रीनशॉट

इस सामूहिक आत्महत्या के बाद सोशल मीडिया पर बड़े बेटे नवरत्न के मैसेज के स्क्रीनशॉट सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि नवरत्न ने यह मैसेज अपने रिश्तेदारों को भेजा है। इसमें 4 लोगों पर मानसिक प्रताड़ित करने के आरोप लगाएं हैं।

इस मैसेज में लिखा-

हमको तंग करा, झूठे इल्जाम लगाए। हमारी मौत की सजा मंडला वाले लाल सिंह, हुकम सिंह, श्रवण सिंह और इनकी बेटी नीतू सिंह को मिलनी चाहिए। दिमागी ढंग पर हमें टॉर्चर किया। इस पूरी फैमिली को सजा दिलवाना साहब…

फाइनेंस का काम करते थे दोनों भाई

जानकारी के अनुसार, आत्महत्या करने वाले नवरत्न, प्रदीप फाइनेंस कंपनी में काम करते थे। नवरत्न की शादी 4 माह पहले ही मंडला गांव में हुई थी। तीनों के शव सबसे पहले मौसेरे भाई ने देखे थे। वह नवरत्न के साथ रहता था ऐसे में आज सुबह उसे बुलाने के लिए गया था। उसने देखा कि तीनों के चेहरे से झाग निकल रहे थे। इस पर उसने अपने परिचित को फोन किया। वो बाइक लेकर मौके पर पहुंचा। बाद में उसे गाड़ी में डालकर हॉस्पिटल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

2012 में हुई थी पिता की मौत

नवरत्न-प्रदीप के पिता अनोपसिंह भटिंडा (पंजाब) में रहते थे। वहां अनोपसिंह की नमकीन की फैक्ट्री थी। 2012 में फैक्ट्री में आग लगने से अनोप सिंह की मौत हो गई थी। उसके बाद से नवरत्न और प्रदीप अपने मां के साथ जोधपुर के बिगमी गांव में रह रहे थे। बताया जा रहा है कि नवरत्न सुबह गांव के ही एक ज्वेलर दोस्त को गहनों की पोटली देकर आया था। उसने कहा था कि इसे शाम को खोलना।

Author: JITESH PRAJAPAT

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