सीकर। जिले में बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल से गिरने से 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चा दोस्तों के साथ खेल रहा था। इस दौरान वह पतंग लूटने दौड़ा और बिल्डिंग में वेंटिलेशन के लिए छोड़े गए होल से गिर गया। घटना स्थल पर मौजूद लोग बच्चे को हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, लेकिन उसकी सांसें थम चुकी थीं। हादसा वार्ड नंबर-41 स्थित गोगामेड़ी के पास का है।
परिजन का आरोप है कि गोपीनाथ रेजिडेंसी बिल्डिंग का निर्माण 3 साल से हो रहा है, लेकिन बिल्डिंग में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए। परिजन बिल्डर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एसके हॉस्पिटल में प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी बिल्डिंग मालिक को गिरफ्तार करने और मुआवजा देने की मांग है।
कोतवाली थाने के एएसआई तूफान सिंह ने बताया- कुलदीप सिंह (12) के शव को एसके हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। बच्चे के भाई हेमंत सिंह ने बिल्डिंग के मालिक-बिल्डर के खिलाफ लापरवाही की रिपोर्ट दी है। उनका आरोप है कि बिल्डिंग की सीढ़ियां बंद नहीं कर रखी थी और न ही कोई चौकीदार था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
20 मिनट तक तड़पता रहा
कुलदीप सिंह के बड़े भाई हेमंत सिंह (21) ने बताया- हम तीन भाई-बहन हैं। कुलदीप सबसे छोटा था। पांचवीं क्लास में पढ़ता था। सोमवार शाम करीब 5:30 बजे मोहल्ले के बच्चों के साथ वार्ड नं-41 में निर्माणाधीन गोपीनाथ रेजिडेंसी में खेलने गया था। खेलते-खेलते पतंग लूटने के लिए बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल पर चला गया।
इस दौरान वेंटिलेशन के होल से नीचे गिर गया। करीब 20 मिनट बाद बिल्डिंग के नीचे काम कर रहे कुछ लोगों ने उसे देखा और परिजन को सूचना दी। गंभीर हालत में उसे एसके हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
आरोप- बिल्डिंग में सुरक्षा के इंतजाम नहीं
हेमंत ने बताया- बिल्डिंग का पिछले 3 साल से निर्माण कार्य चल रहा है। बिल्डिंग में सिक्योरिटी गार्ड नहीं है और न ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। बिल्डिंग के मालिक को कई बार सुरक्षा के इंतजाम करने को कहा गया, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिसके कारण ये हादसा हो गया। हमारा घर बिल्डिंग से महज 200 मीटर दूर है।
बच्चे के पिता दिलीप सिंह की 2015 में डेथ हो गई थी। मां मीनू कंवर घर संभालती हैं। कुलदीप की बड़ी बहन हर्षिता 11वीं क्लास में पढ़ती है।