अलवर। जिले के सबसे बड़े बाबू शोभाराम राजकीय कला कॉलेज के प्राचार्य सहित करीब 80 व्याख्याता व प्रोफेसर का स्टाफ मंगलवार दोपहर को कॉलेज परिसर में धरने पर बैठ गया। मामला ये है कि 3 दिन पहले कॉलेज की कुछ छात्राओं ने प्राचार्य को बाहरी छात्रों के घुसकर छेड़छाड़ व मारपीट करने की शिकायत दी थी। उसके बाद छात्रों ने कॉलेज प्राचार्य व स्टाफ के खिलाफ घिनौना कृत्य करने की FIR दर्ज करा दी। इसके खिलाफ पूरे स्टाफ में रोष है। सबने धरना देकर झूठी FIR को रद्द करने और आरोपी छात्रों के मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
कॉलेज प्राचार्य आर्य ने कहा कि 20 दिसंबर को कॉलेज में असामाजिक तत्व आकर छात्र-छात्राओं से मारपीट करते हैं। छात्राओं की शिकायत पर आरोपी छात्रों को पुलिस आकर ले जाती है। उसके बाद छैल बिहारी नाम के व्यक्ति ने प्राचार्य व स्टाफ के खिलाफ अमर्यादित व बेबुनियाद FIR दर्ज करा दी। बेहद गंदे कृत्य होने का झूठा हवाला दिया। उसके विरोध में पूरा स्टाफ धरने पर बैठा है। इस तरह की फर्जी एफआईआर को रद्द कराने की मांग है। इस मुकदमें से पूरे स्टाफ में रोष है।
प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज में बेटियों से अमानवीय कृत्य हो तो उसे रोकना है। यही मेरा फर्ज है। उसी कड़ी में मैंने प्रयास किया था। अब हमारे स्टाफ पर गलत एफआईआर दर्ज की है। यहां पूरा स्टाफ विरोध में धरने पर है। आगे एसपी व कलेक्टर से मुलाकात करेंगे।
उल्टा कॉलेज स्टाफ के खिलाफ मुकदमा
कॉलेज स्टाफ काउंसिल की सचिव गायत्री यादव का कहना है कि हमारे कॉलेज में 30 पर्सेंट से अधिक छात्राएं पढ़ती है। कॉलेज आने वाली छात्राओं को सुरक्षा देना हमारा दायित्व है। बाहर से छात्र आकर छेड़छाड़ करते हैं तो हमारी जिम्मेदारी है कि असामाजिक तत्व को रोकना है। लेकिन हम बीच बचाव करते हैं और उल्टा हमारे ऊपर ही एफआईआर हो जाती है। यह एफआईआर बिल्कुल गलत है। इस मामले में सबको तकलीफ है। हम पढ़ाने आते हैं। जिस तरीके के आरोप हैं वैसा कॉलेज में संभव ही नहीं है। जिन्होंने गलत किया है उनके खिलाफ मुकदमा होना चाहिए।