कोटा। बीमार पत्नी की सेवा करने के लिए पति ने रिटायरमेंट से तीन साल पहले ही वॉलेंट्री रिटायरमेंट लिया। ऑफिस में इसी की पार्टी चल रही थी। पति के साथ पत्नी भी ऑफिस आई थी और इस सेलिब्रेशन में साथ दे रही थी। रिटायरमेंट की पार्टी में एक-दूसरे को माला पहनाने के बाद अचानक पत्नी की तबीयत बिगड़ी और दम तोड़ दिया। पूरा मामला कोटा के डकनिया का है। देवेंद्र संदल सेंट्रल वेयर हाउस के मैनेजर थे। उन्होंने रिटायरमेंट से तीन साल पहले ही 24 दिसंबर (मंगलवार) को वीआरएस ले लिया। मंगलवार को ऑफिस में अंतिम दिन था। इसलिए सहयोगियों ने पार्टी की व्यवस्था की थी। सुबह पति देवेंद्र के साथ उनकी पत्नी दीपिका उर्फ टीना भी डकनिया स्थित ऑफिस पहुंची थी। अक्सर बीमार रहने वाली टीना काफी खुश थी। उसे उम्मीद बंधी थी कि अब ऑफिस छोड़कर देवेंद्र उनके साथ समय बिताएंगे। अफसोस, इसके कुछ ही पल बाद टीना बैठे-बैठे कुर्सी से गिर गई। उसे फौरन हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पत्नी के लिए ही वीआरएस लिया था
दीपिका बीमार रहती थीं। दंपती 7-8 साल पहले कोटा से जयपुर चले गए थे। 7 महीने पहले ही कोटा आए थे, यहां दादाबाड़ी के शास्त्रीनगर में रह रहे थे। इनके संतान नहीं है। देवेंद्र ऑफिस चले जाते तो हार्ट की पेशेंट पत्नी टीना घर पर अकेली रहती थी। इसलिए रिटायरमेंट के 3 साल पहले ही देवेंद्र ने वीआरएस लेने की प्रक्रिया पूरी की। मंगलवार को उनका ऑफिस में आखिरी दिन था।
जिस घर में स्वागत की तैयारी थी, वहां पसरा मातम
मंगलवार को संदल का आखिरी कार्य दिवस था। वे और टीना ऑफिस गए थे। घर को फूलों से सजाया था। ऑफिस में साथी कर्मचारियों ने दंपती का खूब स्वागत-सत्कार किया। वहां दोनों कुर्सी पर बैठे थे कि टीना कुर्सी से गिर पड़ीं। उन्हें हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि दीपिका अब दुनिया में नहीं हैं।
पड़ोसी कर रहे थे इंतजार
पड़ोसी गिरीश गुप्ता ने बताया कि ऑफिस से आकर घर पर चाय-नाश्ते का इंतजाम था। हम कॉलोनी वाले शाम 5 बजे के बाद मालाएं लेकर संदल दंपती के आने का इंतजार कर रहे थे। कुछ देर में सूचना मिली कि विदाई समारोह में टीना भाभीजी की तबीयत बिगड़ गई। उनके निधन की खबर ने सबको परेशान कर दिया।
आंखो देखी : ऑफिस में प्रोग्राम में कुर्सी से गिरीं…
देवेंद्र संदल के साथी विष्णुदत्त शर्मा, मैनेजर राजफैड ने बताया- देवेंद्र जी की पत्नी बहुत खुश थीं। ऑफिस में वे सबसे खुश होकर मिल रही थीं। कर्मचारी भी देवेंद्र जी को विदा करने के लिए माला पहना रहे थे। दोनों ने माला पहनाई। उनके साथ काम करने वाले साथी उनके लिए कह रहे थे कि ऑफिस में अब उनकी कमी खलेगी। वे दोनों (देवेंद्र और टीना) कुर्सी पर बैठे थे। सब एक-दूसरे से बात कर रहे थे कि अचानक उनकी दीपिका जी नीचे गिर पड़ीं। किसी को समझ में नहीं आया कि आखिरकार यह क्या हो गया। उन्हें पानी के छीटें मारे और पानी भी पिलाने की कोशिश की। देवेंद्र जी पसीने-पसीने हो गए। हम सब लोग घबरा गए। तुरंत उन्हें लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। वहां जाते ही डॉक्टरों ने बता दिया। यह पूरा घटनाक्रम केवल 10 मिनट में हो गया। पूरी खुशियां मातम में बदल गईं।
12 दिसंबर को ही शैय्या दान और गोदान किया था रिश्तेदार शैलेंद्र ऋषि ने बताया कि दीपिका अपने पति के साथ पिता के घर शास्त्री नगर में रहती थीं। उनकी एक बड़ी बहन भी हैं। उनके पिता काफी वृद्ध हैं। हाल ही में 12 दिसंबर को दीपिका ने शैय्या दान व गोदान किया था। यह काम उन्होंने अचानक किया था। अब वे पिंडदान करने बाहर जातीं, लेकिन इससे पहले ही यह हादसा हो गया।