बाड़मेर। 5 दिन से लापता 60 साल के कालुराम का शव संदिग्ध हालात में बीएसएफ गेट के सामने नाले में पड़ा मिला। वहां से गुजर रहे लोगों ने देखा। इस दौरान एडीएम राजेंद्र सिंह चांदावत ने रुक कर पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। घटना बाड़मेर कोतवाली थाने के बीएसएफ गेट के सामने नाले के पास की है। वहीं मृतक का गमछा, टोपी नीम के पेड़ पर रखे हुए थे। वहीं एक रस्सी भी बंधी हुई थी। फिलहाल पुलिस ने शव को हॉस्पिटल की मॉर्चुरी में रखवाया गया। पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारणों का खुलासा होगा। परिजनों का कहना है कि उनकी मानसिक ठीक नहीं थी।
पुलिस के अनुसार धोरीमन्ना बूल गांव के भारते की बेरी गांव निवासी कालूराम (60) पुत्र तेजाराम 23 दिसंबर को घर से बिना बताए निकल गए थे। इसके बाद परिवारों ने ढूंढने का खूब प्रयास किया। वहीं धोरीमन्ना में गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी। शुक्रवार को सुबह करीब साढ़े नो बजे वहां से गुजर रहे लोगों ने नाले के अंदर एक बॉडी देखी। इसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई। एडीएम राजेंद्र सिंह चांदावत वहां से गुजर रहे थे। भीड़ देखकर रुके देखा तो एक शव नाले के अंदर था। वहां पर स्थानीय लोगों की मदद से शव को बाहर निकाला। पुलिस और पीएमओ को फोन करके एबुलेंस को बुलाया।
एडीएम राजेंद्र चांदावत ने बताया- जिले के प्रभारी मंत्री आए हुए थे। उनकी रिसिव करने जा रहे थे। तभी लोगों की भीड़ देखी तो वहां पर रुका देखा तो और पता किया तो एक व्यक्ति नाले में गिर गया था। उसकी डेथ हो गई। परिवारजन भी पहुंच गए थे। तब हाथों हाथ पुलिस थानाधिकारी और पीएमओ को इसके बारे में जानकारी दी। एबुलेंस को बुलवाया कर मॉर्चुरी में बॉडी को शिफ्ट करवाया है। पोस्टमार्टम करवाकर परिवाजन जैसी रिपोर्ट देंगे। संबंधित थानाधिकारी वैसी कार्रवाई करेंगे। परिवारजनों ने इनकी पहचान की है। उन्होंने बताया कि 5 दिनों से घर से निकलते हुए थे। मानसिक रूप से पीड़ित थे।
नीम के पेड़ पर मिला गमछा और टोपी
नाले के ऊपर नीम का पेड़ था। उस पर मृतक का गमछा और टोपी रखी हुई थी। नीम की एक डाली पर रस्सी भी बंधी हुई थी। वहीं एक डाली ताजी ही टूटी हुई थी। फिलहाल पुलिस ने शव को हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। वहीं जांच पड़ताल शुरू कर दी है।