जयपुर। छात्रों के नैतिक, सांस्कृतिक, और शैक्षणिक विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, गुप्त वृंदावन धाम, जगतपुरा, जयपुर ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी गीता कॉन्टेस्ट 2024-25 का आयोजन किया है। गीता जयंती के पावन अवसर पर इस प्रतियोगिता का पोस्टर विमोचन माननीय शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने किया।
गुप्त वृन्दावन धाम के मीडिया प्रभारी श्री सिद्ध स्वरुप दास ने बताया कि यह प्रतियोगिता जनवरी 2025 में राजस्थान के सभी विद्यालयों में आयोजित की जाएगी और यह पूरी तरह से नि:शुल्क होगी। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को भगवद्गीता के अद्भुत ज्ञान और भारतीय संस्कृति के मूल्यों से अवगत कराना है।
गीता का महत्व
भगवद्गीता भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य वाणी है, जिसे उन्होंने अर्जुन को महाभारत के युद्ध में सुनाया। गीता में मानव जीवन के उद्देश्य और सही मूल्यों के बारे में बताया गया है। गुप्त वृंदावन धाम का यह प्रयास छात्रों को गीता के ज्ञान के माध्यम से उनके जीवन को प्रकाशित करने का एक अद्भुत अवसर प्रदान करता है।
प्रतियोगिता की प्रमुख विशेषताएं:
यह प्रतियोगिता राज्य और जिला स्तर पर आयोजित की जाएगी।
पुरस्कार विवरण:
- प्रथम पुरस्कार: ₹11,000
- द्वितीय पुरस्कार: ₹5,100
- तृतीय पुरस्कार: ₹2,100
- 7 सांत्वना पुरस्कार: ₹1,100 प्रत्येक।
ऑनलाइन सुविधा और नि:शुल्क भागीदारी:
यह प्रतियोगिता पूरी तरह से ऑनलाइन होगी और छात्रों को अपनी पढ़ाई के लिए गुप्त वृंदावन धाम की वेबसाइट www.schoolofgita.com पर अध्ययन सामग्री नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
शिक्षा मंत्री का संदेश:
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा- गीता का ज्ञान हमारे छात्रों को नैतिकता, अनुशासन और नेतृत्व कौशल सिखाने में मदद करेगा। यह पहल नई शिक्षा नीति 2020 के तहत नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देने का एक अद्भुत प्रयास है।
गुप्त वृंदावन धाम का उद्देश्य
गुप्त वृन्दावन धाम के अध्यक्ष ने कहा- हमारी भावी पीढ़ी को गीता के ज्ञान और भारतीय संस्कृति से जोड़ना ही हमारा लक्ष्य है।