अलवर। जिले में शुक्रवार रात करीब 1 बजे के आसपास राजगढ़, रामगढ, मालाखेड़ा, तिजारा व किशनगढ़बास क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई। राजगढ़ क्षेत्र में तो शनिवार सुबह 9 बजे तक भी खेतों में ओलों की परत मिली। यहां ओलावृष्टि से राजगढ़ के कलेसियान सहित आसपास के क्षेत्र की सरसों की फसल में करीब 70 पर्सेंट तक नुकसान हो गया। कुछ जगहों पर नुकसान कम है। सरसों की तुलना में गेहूं व चने की फसल में नुकसान कम हुआ है।
राजगढ़ के कलेसियान गांव के किसान महेंद्र उषाहरा ने बताया कि रात करीब 1 बजे बारिश के साथ ओले गिरे हैं। ओले करीब 4 से 5 मिनट ही गिरे। लेकिन, इतनी देर में पूरी धरती सफेद हो गई। खेतों में अगले दिन शनिवार सुबह भी ओलों की चादर बिछी मिली। यहां पूरी सरसों की फसल चौपट हो गई। असल में सरसों की फसल में फली आना शुरू हो गई थी। ऐसे समय में ओले गिरने से कच्ची फसल पूरी तरह बिखर गई। अब सरसों में दुबारा से ग्रोथ नहीं हो सकेगी। जहां कम ओले गिरे हैं वहां अधिक नुकसान नहीं है।
सुबह खेतों में पहुंचे तो किसान देख नहीं सका फसल को
देर रात को ओले गिरे। शनिवार सुबह किसान खेतों में पहुंचे हैं। वहां बर्बाद फसल को देख किसान बेदम से हो गए। गरीब किसानों की आंखों में आंसू निकल आए। राजगढ़ क्षेत्र में कई जगहों पर अधिक ओलावृष्टि हुई है। ऐसा ही मालाखेड़ा क्षेत्र के कई गांवों में हुआ है। रामगढ, किशनगढ़बास व तिजारा में भी ओलों से फसल को मोटा नुकसान है।