बिजौलिया (बलवंत जैन)। बिजौलिया उपखंड कार्यालय इन दिनों लंबे समय से उपखंड अधिकारी के अभाव में खाली चल रहा हैं। वर्तमान में यहां मांडलगढ़ उपखंड अधिकारी अजीत सिंह राठौड़ कार्यवाहक अधिकारी के रूप में अपने कार्य का निर्वहन लगभग डेढ़ साल से कर रहे हैं। बिजौलिया ब्लॉक 22 ग्राम पंचायतों से जुड़ा है साथ ही यहां तहसील कार्यालय, खनिज विभाग, बिजली विभाग,जलदाय विभाग में कई विभागीय कर्मचारी और अधिकारी बैठते हैं। किंतु उपखंड कार्यालय होने के बाद लंबे समय से अधिकारी का यहां नहीं होना सोचनीय विषय है।
विदित रहे कि पूर्व में उपखंड अधिकारी सीमा तिवारी के तीन साल के कार्यकाल ओर उनके स्थानांतरण के पश्चात लगभग दो महीनों के लिए बंशीधर योगी ने बिजोलिया उपखंड अधिकारी के रूप में अपना कार्यभार संभाला था। किंतु राजनीतिक दाव पेंच में उलझकर उनका भी स्थानांतरण खेतड़ी हो गया था। इस बीच उपखंड अधिकारी मांडलगढ़ अजीत सिंह राठौड़ को बिजौलिया उपखंड का कार्यवाहक अधिकारी बनाया गया। कार्यवाहक राठौड़ के अंतराल में कुछ दिनों के लिए यहां उनके साथ प्रशिक्षु अधिकारी के रूप में विश्वजीत सिंह ने भी पद का निर्वहन किया था। किंतु अब यह उपखंड स्तरीय सीट खाली पड़ी हुई है।
बिजौलिया ब्लॉक से जुड़ी पंचायतो से आए दिन अपनी विभिन्न मांगो और स्थानीय मुद्दों को लेकर आए ग्रामवासी उपखंड अधिकारी के अभाव में तहसीलदार या फिर उपखंड कार्यालय के किसी अन्य कर्मचारियों को ज्ञापन देकर लौट जाते हैं। सोचनीय विषय यह है कि एक उपखंड अधिकारी के भरोसे दो-दो उपखंड कार्यालय का कार्यभार संभाले हुए अधिकतर समय उपखंड अधिकारी अजीत सिंह राठौड़ मांडलगढ़ में अपने कार्य का निर्वाह करते हैं। इससे दूर दराज के गांव से आए लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। बिजौलिया उपखंड कार्यालय में उपखंड अधिकारी की नियुक्ति नहीं होना सरकार पर सवालिया निशान खड़ा करता है। अगर बिजोलिया अखंड कार्यालय पर उपखंड अधिकारी की नियुक्ति हो जाए तो लोगों की समस्याओं के समाधान होने में सहूलियत मिलेगी।