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January 23, 2025 8:41 am


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काग़ज़ ओर क़लम की ताक़त का दिखा बड़ा असर…

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

दुर्घटना बीमा पॉलिसी किए, बिना बैंक ने किया खाता बड़ा

जबरन बैंक में पॉलिसी के नाम पर कर्मचारियों द्वारा रुपए मांगने की शिकायत आरटीआई एक्टिविस्ट ने की प्रस्तुत

शाखा प्रबंधन एवं आरबीआई ओर एसबीआई के उच्च अधिकारियों को की लिखित शिकायत

पाली। पाली शहर के प्यारा चौक क्षेत्र के खेरादियों के बास  निवासी आरटीआई एवं समाजिक एक्टिविस्ट मोहम्मद फैजान ने मंगलवार को नरेन्द्र सिंह राठौड़, शाखा प्रबंधन ( बैंक मैनेजर ) शाखा पाली सिटी सहित आरबीआई ओर एसबीआई बैंक के उच्च अधिकारियों को अपना खाता बड़ा करवाने में और बैंक में जबरन पॉलिसी के नाम पर रुपए मांगने एवं बैंक सेवा में असुविधा के संबंध में शिकायत प्रस्तुत की। जिसपर शाखा प्रबंधन ने संवेदनशीलता देखते हुए कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से कार्य करने के निर्देश दिए। फैजान ने शिकायत में उल्लेख किया कि दो महीने पहले मैं एसबीआई बैंक शाखा पाली सिटी में अपना खाता खुलवाने गया, तो मुझसे खाता खोलने के लिए रु.3000 की मांग बैंक कर्मचारी द्वारा की गई। जिस पर मैंने रु.3000 किस बात पर देने हैं, इस पर सवाल किया, तो बैंक कर्मचारी द्वारा कहा गया कि रु.2000 आपके खाते में ही रहेंगे और रु.1000 आपको बैंक को दुर्घटना पॉलिसी के लिए देने पड़ेंगे। नहीं तो खाता नहीं खोला जाएगा। इस पर मैंने कहा कि पॉलिसी नहीं करवानी है, तो बैंक कर्मचारी ने मुझे वाईट हाउस में संचालित हो रहे एक ई-मित्र (सरदार जी) के पास खाता खुलवाने के लिए भेज दिया। सरदार जी ने रु.1100 का शुल्क लिया ओर फिर मेरा खाता खोला। रु1100 से रु1000 वापस मेरे खाते में आए। जो उक्त खाता छोटा 0 बैलेंस वाला बचत खाता था।
इससे मुझे चेक बुक सहित अन्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। मैंने खाता बड़ा करवाने के लिए गत 4 जनवरी 2024 को उक्त बैंक शाखा पाली सिटी से संपर्क किया, तो पहले बैंक कर्मचारी द्वारा कहा गया कि हम खाता तो बड़ा कर देंगे, लेकिन आपको पॉलिसी करवानी पड़ेगी। मैंने पॉलिसी करवाने से मना किया, तो बैंक कर्मचारी ने कहा कि आप बैंक मैनेजर से मिल लीजिए। मैं बैंक मैनेजर से मिलने गया, तो उस दिन बैंक मैनेजर की जगह चार्ज संभाल रहे अन्य बैंक मैनेजर मुझे मिले। उन्होंने कहा कि आप पॉलिसी करवा लीजिए, यह एक बार ही होगी, जिससे आपके एटीएम और चेक बुक के लिए अन्य शुल्क नहीं लगेगा। मैंने कहा कि मैं शुल्क देने के लिए तैयार हूं, मगर पॉलिसी नहीं करवाना चाहता। इस पर उन्होंने मुझे जो वर्तमान बैंक मैनेजर पदस्थापित हैं, उनका कार्ड दे दिया और कहा कि इनसे बात करें या फिर इन्हीं से आकर मिल लें। यही आपका काम करवा सकते हैं। मैं 6 जनवरी 2024 को बैंक गया और वर्तमान में पदस्थापित बैंक मैनेजर से मिला उन्होंने मौखिक रूप से कहा कि मेरा नाम लेकर बोल दो, आपका खाता बड़ा कर देंगे। फिर मेरा खाता बड़ा करने का फॉर्म बैंक कर्मचारी द्वारा जमा कर लिया गया और कहा गया कि चेक बुक और एटीएम के लिए आपको फॉर्म जमा करवाना पड़ेगा। आप कल आइएगा, आज तो सिर्फ खाता बड़ा हो पाएगा। जब मैं 7 जनवरी 2024 को खाता बड़ा हुआ या नहीं, इसकी जानकारी लेने और एटीएम व चेक बुक की प्रक्रिया करवाने के लिए बैंक पहुंचा,तो एक बैंक कर्मचारी द्वारा मुझे बताया गया कि आज आपके कार्य से संबंधित बाबू छुट्टी पर हैं। आप कल आइएगा। इस संपूर्ण प्रक्रिया में मुझे बार-बार बैंक आना पड़ा और असुविधा झेलनी पड़ी, जिससे मेरा समय भी बर्बाद हुआ। फैजान ने ग्राहकों को ऐसी अनावश्यक असुविधा से बचाने के लिए उचित प्रबंधन किए जाने का भी निवेदन किया। गौरतलब है कि फैजान का खाता बुधवार को बड़ा कर दिया गया है ओर चैक बुक ओर एटीएम कार्ड नया जारी करने का भी फार्म बैंक ने जमा किया है।

Author: JITESH PRAJAPAT

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