अजमेर। कड़ाके की ठंड में नवजात बच्ची को कोई झाड़ियों के बीच खुले प्लॉट में फेंक गया। उसे चूहे खा रहे थे। बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनकर कुछ लोग पहुंचे। सामने का दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए। लहूलुहान बच्ची जमीन पर पड़ी थी। उसके शरीर पर जगह-जगह गहरे जख्म हो गए हैं। उसे फौरन हॉस्पिटल लाया गया। डॉक्टरों ने उसे 40 टांके लगाए हैं। फिलहाल वह डॉक्टरों की निगरानी में है। मामला अजमेर के सिविल लाइन इलाके का है।
घटनास्थल से एक किमी की दूरी पर बस स्टैंड है
सिविल लाइन थाना अधिकारी छोटू लाल ने बताया- नवजात बच्ची कुंदन नगर रोड पलटन बाजार स्थित शराब ठेके के पास रेलवे की दीवार के पीछे मिली थी। रविवार तड़के करीब 4 बजे बच्ची के रोने की आवाज सुनकर उधर से गुजर रहे लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी। बच्ची को उठाया और जेएलएन हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। जिस जगह पर बच्ची मिली है, उससे करीब एक किमी की दूरी पर बस स्टैंड है। आसपास रेलवे के बड़े अधिकारियों के बंगले हैं। अच्छी खासी चहल-पहल भी रहती है। इसके बावजूद कोई रात में इस बच्ची को यहां फेंक गया। बच्ची के स्वस्थ होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ICU में भर्ती है नवजात
JLN हॉस्पिटल के मीडिया प्रभारी डॉक्टर अमित यादव ने बताया- बच्ची का शिशु रोग विभाग के ICU में इलाज चल रहा है। बच्ची को जब हॉस्पिटल लाया गया था, तब उसके जन्म के कुछ घंटे ही बीते थे। उसके शरीर को चूहों और जंगली जानवरों ने नोच डाला है। उसके सिर, चेहरे सहित शरीर पर कई जगह घाव हैं। बच्ची को जमीन पर फेंकने से सिर पर भी चोट लगी है। मासूम के सिर और कान के पीछे 40 टांके लगाए गए हैं। सांस लेने में दिक्कत है।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष भी पहुंची
हेड कॉन्स्टेबल सज्जन सिंह की शिकायत पर मासूम बच्ची की अज्ञात मां और पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सब इंस्पेक्टर भारती गिरिराज इस मामले की जांच कर रही हैं। नवजात के लावारिस मिलने की सूचना पर जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजली शर्मा सहित अन्य सदस्य भी हॉस्पिटल पहुंचे। डॉक्टरों से उसके बारे में जानकारी ली।