डूंगरपुर। भारत निर्वाचन आयोग ने भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को राज्य पार्टी का दर्जा दिया है। इसके साथ ही 1 सांसद और 4 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बाद बीएपी राजस्थान में तीसरी बड़ी पार्टी बन गई है। बीएपी से बांसवाड़-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत ने इसे लेकर सोमवार को एक्स पर पोस्ट किया है और सभी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं को बधाई दी है।
बीएपी से बांसवाड़ा-डूंगरपुर सासंद राजकुमार रोत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा निर्वाचन आयोग द्वारा भारत आदिवासी पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त होने पर पार्टी के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता व मतदाताओं को धन्यवाद। जिन्होंने बीएपी पार्टी के लिए रात-दिन मेहनत करके बहुत कम समय में पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा दिलवाने में अपना अमूल्य योगदान दिया। सभी को खूब-खूब बधाई। रोत के इस पोस्ट के बाद उनके कई समर्थकों ने उन्हें बधाई दी।
भारत आदिवासी पार्टी ने पिछले दिनों ही जयपुर में अपने प्रदेश स्तरीय कार्यालय का भी उद्घाटन किया था। वहीं, राज्य पार्टी का दर्जा मिलने के बाद अब पार्टी का भाजपा, कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों के साथ दबदबा बढ़ेगा। वहीं, भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने भी अपने कार्यकर्ताओं को बधाई दी है।
एक सांसद, 4 विधायकों की वजह से मिला दर्जा
निर्वाचन आयोग किसी भी पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा उसके नियमों में आने पर देता है। भारत आदिवासी पार्टी के राजस्थान में एक सांसद के साथ ही 4 विधायक हैं। इसमें बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट से राजकुमार रोत सांसद हैं, जबकि चौरासी विधानसभा से अनिल कटारा, आसपुर से उमेश डामोर, धरियावद से थावरचंद डामोर और बागीदौरा से जयकृष्ण पटेल विधायक हैं।
बीएपी 2023 के विधानसभा चुनाव में पहली बार मैदान में उतरी। पहली बार में पार्टी ने चौरासी, आसपुर ओर धरियावाद सीट पर जीत दर्ज की। इसके बाद लोकसभा चुनावों में चौरासी विधायक राजकुमार रोत सांसद बन गए। बागीदौरा और चौरासी दोनों सीटों पर उपचुनाव में बीएपी ने जीत दर्ज कर ली। एक साल में पार्टी की मजबूती बढ़ी है।