जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने केंद्र और बीजेपी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा- जो लोग 400 पार, 500 पार की बात करते थे, आज वो 240 पर हैं। कब चंद्रबाबू नायडू का मन भटक जाए, कब नीतीश कुमार पलटी मार जाए… कोई पता नहीं?
उन्होंने कहा कि कोई यह सोचे की सत्ता सदैव हमारे पास रहेगी, यह लोकतंत्र में ठीक नहीं है। आने वाले समय में 4 साल बाद लोकसभा के चुनाव होने हैं, लेकिन मुझे लगता है, जो लोग विपक्ष में है, वह सभी दल साथ खड़े हैं। पायलट इंदिरा गांधी पंचायती राज भवन में लोक स्वराज मंच के कार्यक्रम में बोल रहे थे।
पायलट ने कहा- मैंने सत्ता और विपक्ष दोनों देखे हैं। पहले देश में आंदोलन हुआ करते थे, लोग जागरूक होते थे। सड़कों पर आते थे। आजकल वह जागरूकता नौजवानों में नहीं दिखती है, जोश कम नहीं है, लेकिन जो देश के मुद्दे हैं, उसमें जन भागीदारी सोशल मीडिया तक रह जाती है। वे अपने दायरे से बाहर नहीं आ पाते हैं और एक आंदोलन खड़ा नहीं कर पाते हैं ।
समय कभी एक सा नहीं रहता, मैंने अपने खुद जीवन में भी देखा है पायलट ने कहा- समय कभी एक सा नहीं रहता, यह मैंने अपने खुद जीवन में भी देखा है। अच्छा समय भी आता है बुरा समय भी आता है, लेकिन एक चीज, जिसकी कीमत का कोई आकलन नहीं कर सकता। जनता के मन में जो व्यक्ति, जो नेता जगह बना लेता है, वह लंबा चलता है। उसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सत्ता में है अथवा नहीं। मैंने बहुत से लोग देखें हैं, देश में 75 मंत्री होंगे, लेकिन सबके नाम नहीं जानते। चर्चित होना एक बात होती है, लेकिन अपने काम और कार्य शैली से कोई व्यक्ति आम जनमानस के मन में एक सुरक्षित जगह बनाता है, सबसे बड़ी कीमत वही है।
मनमोहन सिंह के बारे में क्या-क्या नहीं बोला गया पायलट ने कहा- डॉ. मनमोहन सिंह आज हमारे बीच नहीं है। उनके बारे में क्या-क्या नहीं बोला गया। उनके बारे में कहा गया कि वो पपेट प्रधानमंत्री हैं, वह बोलते नहीं है। आज भी लोग याद करते हैं कि वे देश को गाइड करके इस लेवल पर ले आए थे। वे दुनिया में नहीं हैं, इंसान की कीमत कई बार उसके दुनिया से चले जाने के बाद पता लगती है। सार्वजनिक जीवन में जो लोग अपनी बातों पर अडिग रहते हैं, उन्हें जनता हमेशा याद करती है। भारत का लोकतंत्र बहुत रोमांचक है और विचित्र भी है, अलग-अलग निर्णय देता है।
सचिन पायलट ने कहा- कोई यह खुशफहमी कि मैं अपने हिसाब से कोई ढांचा तैयार करूंगा, जिस पर आने वाली पीढ़ी चलेगी, ऐसा इस देश में होने वाला नहीं है। पायलट ने कहा कि संस्थाओं का दुरुपयोग इस हिसाब से किया जाए कि सामने वाले का चरित्र हनन किया जाए तो उसे रिकवर होने में बहुत समय लगता है। संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है, वह लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है।