हनुमानगढ़। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई उपलब्धि जुड़ गई है। पीलीबंगा का आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र 17 एसटीजी को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन सर्टिफिकेशन (एनक्यूएएस) प्राप्त हुआ है। नेशनल हैल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर, नई दिल्ली से प्राप्त पत्र के अनुसार, केंद्र को 90.33 प्रतिशत अंक मिले हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि जिला कलक्टर कानाराम के मार्गदर्शन में यह जिले का 20वां एनक्यूएएस सर्टिफाइड संस्थान बन गया है। इस उपलब्धि के साथ केंद्र को तीन वर्षों में कुल 3 लाख 78 हजार रुपए का प्रोत्साहन राशि मिलेगी, जिसमें प्रति वर्ष 1 लाख 26 हजार रुपए दिए जाएंगे।
यह सफलता एक टीम के रूप में किए गए प्रयासों का परिणाम है। क्वालिटी नोडल अधिकारी और बीसीएमओ रावतसर डॉ. मनिंद्र सिंह के नेतृत्व में, पीलीबंगा बीसीएमओ डॉ. मनोज अरोड़ा की देखरेख में पूरी टीम ने मिलकर काम किया। इस टीम में सीएचओ सुरेंद्र कुमार, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता सुमित्रा अरोड़ा, डॉ. वेदप्रकाश कुमावत, एसएनओ सुखमंद्र सिंह, सीएचओ गजेंद्र पाल और बीपीओ राकेश जोशी शामिल थे।
जिला क्वालिटी टीम के सदस्यों में फार्मासिस्ट सन्नी ग्रोवर, नर्सिंग ऑफिसर धर्मपाल छिंपा और बीपीओ कृष्ण टाक ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। सीएचसी डबली राठान के चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश कुमार के विशेष प्रयासों से यह सर्टिफिकेशन प्राप्त करना संभव हो सका।
जिले में अब एमजीएम जिला अस्पताल, पीएचसी खोथांवाली, सीएचसी रावतसर, पीएचसी अजीतपुरा, सीएचसी संगरिया, उपजिला अस्पताल नोहर, पीएचसी घेऊ, पीएचसी सिलवाला खुर्द, पीएचसी मिर्जावाली मेर, पीएचसी जिगासरी छोटी, पीएचसी दीनगढ़, पीएचसी गंधेली, यूपीएचसी टाउन, आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र धन्नासर, आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र 17 पीबीएन, आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र रामपुरा उर्फ रामसरा, आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र अमरपुरा जालू, आयुष्मान आरोग्य मंदिर उपस्वास्थ्य केन्द्र माणकसर, पीएचसी लखूवाली एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र 17 एसटीजी एनक्यूएएस युक्त चिकित्सा संस्थान बन गए हैं।