बाड़मेर। जिले से सटे अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर बीएसएफ ने हथियारों की खेप पकड़ी हैं। बताया जा रहा है कि यह खेप बॉर्डर पार पाकिस्तान से आई हैं और इसे आगे सप्लाई होने से पहले ही बीएसएफ ने पकड़ लिया है। धोरे में हथियारों को छुपा कर रखा गया था। हथियारों की खेप मिलने के बाद बीएसएफ, पुलिस सहित कई सुरक्षा एजेंसियां एक्टिव हो गई और मौके पर पहुंच पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है। पूर्व में हेरोइन तस्करी के मामले सामने आए थे, लेकिन अब सर्दी तेज होने के साथ ही बॉर्डर पर हथियारों की खेप मिलने से बीएसएफ और सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी बढ़ा दी है।
बिंजराड़ थाना क्षेत्र के भभूते का तला बॉर्डर इलाके में बीएसएफ की ओर से हथियारों की खेप पकड़े जाने के बाद बाड़मेर एसपी नरेंद्रसिंह मीना, बीएसएफ डीआईजी राज कुमार, चौहटन डीएसपी जीवनलाल खत्री समेत पुलिस, सुरक्षा एजेंसियों की टीम मौके पर पहुंची हैं। मौके से हथियारों को बरामद करने की कार्यवाही शुरू की गई।
सूत्रों के अनुसार बॉर्डर पर धोरे में हथियारों को छुपा कर रखा था। 9 एमएम 4 ग्लॉक पिस्टल, 8 मैगजीन और 78 कारतूस मिले हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हथियार मिले हैं लेकिन कितने और क्या है उसको लेकर फिलहाल कुछ कह नहीं सकते हैं। बीएसएफ की ओर से मामले में पुलिस को सुपुर्द किए जाने और सुरक्षा एजेंसियों के जॉइंट ऑपरेशन के बाद ही कुछ बता सकते हैं।
भभूते का तले का बॉर्डर काफी संवेदनशील है
बिंजराड़ थाना इलाके के भभूते का तला और सरूपे का तला बॉर्डर इलाका काफी संवेदनशील है। यहां बॉर्डर पार से पूर्व में भी कई बार हेरोइन, हथियार और नकली नोटों की खेप आ चुकी हैं। ऐसे में बीएसएफ के जवान यहां काफी सक्रिय थे। बॉर्डर से जैसे ही खेप को भारतीय सीमा में फेंका गया तो बीएसएफ जवानों को भनक लग गई। यहां बीएसएफ की ओर से सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही हैं।
बीएसएफ के एक्टिव होने से भारतीय सीमा में डंप होने के बाद तत्काल बरामद कर ली गई। भारतीय तस्कर की मदद से आगे सप्लाई होती थी, लेकिन बीएसएफ की चौकसी से खेप को लेने नहीं पहुंचा। ऐसे में अब बीएसएफ और पुलिस की ओर से हथियार किसे और कहां सप्लाई होने थे इसको लेकर छानबीन कर रही है।
यह है 9 एमएम ग्लॉक पिस्टल
ग्लॉक पिस्टल के कई वेरिएंट पूरी दुनिया में हैं। भारत में यह आम नागरिक के लिए प्रतिबंधित है। ग्लॉक पिस्टल से एक साथ 36 गोलियां फायर की जा सकती है। ऑस्ट्रिया की कंपनी ग्लॉक भारत, अमेरिका, इंग्लैंड और फ्रांस सहित 70 से अधिक देशों में सेना, पुलिस और विशेष सुरक्षा बलों के लिए ग्लॉक हथियार बनाती है। ग्लॉक पिस्टल में 6 से लेकर 36 राउंड तक मैगजीन का उपयोग हो सकता है। भारत में इस हथियार में 17 राउंड वाली मैगजीन का उपयोग किया जाता है।
हर बार पाक से आए हथियार, आरडीएक्स, हेरोइन की तस्करी का पंजाब से कनेक्शन
बाड़मेर में अब तक पकड़े गए हथियार, हेरोइन, आरडीएक्स का पंजाब से ही कनेक्शन रहा है। 2009 में अब तक की सबसे बड़ी हथियार और आरडीएक्स की खेप पकड़ी गई थी। तत्कालीन सदर थानाधिकारी और वर्तमान में बाड़मेर डीएसपी रमेश शर्मा की ओर से सितंबर 2009 में मारूड़ी के पास 14 पिस्टल, 1056 कारतूस, 1000 फीट से ज्यादा कॉरडेक्स वायर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए थे। इस खेप का कनेक्शन पंजाब से था। आतंकी बबर खालसा तक सप्लाई होनी थी। इस खेप में पकड़े गए अधिकांश आरोपियों को आजीवन कारावास तक की सजा हुई हैं।
1995 से लेकर अब तक 30 साल में 200 किलो से ज्यादा हेरोइन, बड़ी संख्या में नकली नोट, आरडीएक्स और हथियारों की खेप बाड़मेर जिले से लगते अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से बरामद हो चुकी है। खास बात ये है कि भारत पाक बॉर्डर पर भभूते का तला, सरूपे का तला, पांचला सहित 3-4 स्पॉट है, जहां से पाकिस्तान की तरफ से तस्करी के प्रयास किए जाते हैं। अब तक हुई हेरोइन, नकली नोट, आरडीएक्स और हथियारों की तस्करी में पकड़े गए तस्करों से पूछताछ में खेप का कनेक्शन पंजाब और पाकिस्तान से ही सामने आए हैं।