कोटा। शहर के बोरखेडा इलाके के देवली अरब रोड रहने वाले जगवीर सिहं (42) से ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर अज्ञात साइबर ठगों द्वारा 9 लाख 20 हजार रुपए की साइबर ठगी की थी। जिस पर साइबर थाना कोटा शहर ने कार्यवाही करते ठग के खाते को फ्रिज करवा कर मात्र सात दिनों में 7 लाख 60 हजार 570 रुपए की राशि खाते में रिफंड करवा दी।
बैंक से सम्पर्क कर राशि होल्ड करवाई
साइबर एक्सपर्ट हेडकांस्टेबल अशोक चौधरी ने बताया की पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। 25 दिसंबर को बोरखेडा इलाके के रॉयल ऑर्चिड देवली अरब रोड रहने वाले जगवीर सिहं (42) से ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर अज्ञात साइबर ठगों द्वारा युवक से 9 लाख 20 हजार रुपए की साइबर ठगी की थी।
जिस पर कार्रवाई करते हुए बैंक के नोडल अधिकारी से जरिए ठगों के द्वारा ठगे गये रुपयों में से 7 लाख 60 हजार 570 रुपए होल्ड करवाकर कोर्ट के माध्यम से पुनः फरियादी के खाते में रिफंड करवाए। फरियादी का पूरा पैसा साइबर ठगों ने निकाल लिया था। साइबर ठग के अकाउंट में दूसरी जगह से आई हुई राशि को होल्ड करवा कर और कोर्ट के माध्यम से फरियादी को रिफंड करवाई।
कार्रवाई RPS अति. पुलिस अधीक्षक कोटा दिलीप कुमार सैनी के निर्देशन में सतीश चंद पुलिस निरीक्षक, थानाधिकारी, साइबर थाना कोटा शहर के नेतृत्व में साइबर टीम के अशोक चौधरी हैड कॉन्स्टेबल और अटल तिवारी शामिल रहे।
अनजान लिंक से APK डाउनलोड करवाया था
साइबर एक्सपर्ट कॉन्स्टेबल अटल तिवारी ने बताया कि जगवीर सिहं के मोबाइल पर एक अनजान नम्बर से लिंक आया। जिस पर क्लिक करने पर आरिया आनन्द के नाम से लिंक ओपन हुआ। जिससे फरियादी ने चैट की तो उसने फरियादी को ट्रेडिंग मे इन्वेस्टमेंट करने लिए बताया। जिसमे फरियादी को 100% व 200% का लाभ देना बताया। फिर फरियादी को एक एपीके फाईल का लिंक भेज कर ADVR Capewal एप डाउनलोड करवा कर फरियादी से अलग-अलग ट्रांजैक्शन में कुल 9 लाख 20 हजार रुपए अलग-अलग खातों मे जमा करवा लिए। जब फरियादी ने मुनाफे सहित रुपए विड्राल करना चाहा तो नहीं हुए। इसके बाद शिकायत मिलने पर कार्रवाई की गई।