उदयपुर। ग्राम पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने पर उदयपुर जिला कलेक्टर ने उदयपुर शहर से सटी ग्राम पंचायतों में सरपंचों को प्रशासन लगा दिया है। इसके अलावा जो पंचायतें नगर निगम सीमा में आ गई है वहां पर नगर निगम का प्रशासक लगा दिया गया है।
उदयपुर कलेक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल ने सोमवार को ग्राम पंचायतों के कार्यकलापों के सुचारू संचालन की दृष्टि से प्रशासक लगाए और जो वार्ड पंच थे उनको प्रशासकीय समिति का गठन कर उसमें शामिल कर लिया।
आदेश के तहत प्रशासक एवं प्रशासकीय समिति की कार्यावधि नव निर्वाचन के पश्चात् गठित ग्राम पंचायत की प्रथम बैठक की तारीख के ठीक पूर्ववर्ती दिन तक रहेगी।
इसके साथ ही उदयपुर शहर से सटी पंचायतें बेदला, शोभागपुरा, भुवाणा और रेबारियो का गुड़ा के नगर निगम सीमा में शामिल करने से वहां पर नगर निगम का प्रशासक नियुक्त किया गया।
इसके अलावा बड़गांव पंचायत समिति के 25 ग्राम पंचायतों में सरपंच को प्रशासक नियुक्त किया। जिस भी ग्राम पंचायत का एक भी राजस्व गांव निगम में आने से छूटा वहां सरपंच प्रशासक लगा दिए गए। इन पंचायतों में 17 जनवरी को कार्यकाल खत्म हो गया था।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेमेंद्र नागर ने बताया कि जो 4 ग्राम पंचायत उदयपुर नगर निगम सीमा में पूर्ण रूप से शामिल हो गई है वे नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही नगर निगम के अधीन हो गई है। उन्होंने बताया कि जिन ग्राम पंचायत के आशिक गांव टूटकर नगर निगम में आए वह नगर निगम के अधीन होंगे और बचे हुए राजस्व गांव जो निगम सीमा में नही शामिल हुए वहां जो प्रशासक नियुक्त किए उनके अधीन होंगे।