जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने 15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में राज्यपाल ने सभी नागरिकों से बिना किसी लालच के निर्भीक होकर मतदान करने का आह्वान किया। उन्होंने विशेष रूप से युवा मतदाताओं से मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने और चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी की अपील की। साथ ही, मतदाता सूचियों में त्रुटियों को दूर करने और एक व्यक्ति का एक ही स्थान पर पंजीकरण सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने मतदान जागरूकता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 35 अधिकारियों को सम्मानित किया। उन्होंने मतदान जागरूकता से संबंधित कला प्रदर्शनी का अवलोकन किया और नए युवा मतदाताओं को भी सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस केवल जागरूकता का दिन नहीं, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने का प्रेरक पर्व है।
शनिवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मतदान एक ऐसी शक्ति है, जो छोटे को बड़ा और बड़े को छोटा कर सकती है। राज्यपाल ने भारतीय लोकतंत्र की सफलता का श्रेय देश की समृद्ध संस्कृति और मूल्यों को दिया। उन्होंने चर्चिल के उस कथन का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने स्वतंत्रता के समय भारत में लोकतंत्र की सफलता पर संदेह जताया था। लेकिन आज भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।
भारत निर्वाचन आयोग के आयुक्त राजीव कुमार का संदेश भी इस दौरान प्रसारित किया गया। इसमें उन्होंने कहा कि भारत में मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक है। जल्द ही देश सौ करोड़ मतदाता वाला राष्ट्र हो जाएगा। यह कई देशों के संयुक्त मतदाता संख्या से भी अधिक है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता ने मतदान दिवस को उत्सव के रूप में मनाने का आह्वान किया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने मतदान के महत्व की चर्चा करते हुए राजस्थान में मतदान के किए किए गए नवाचारों और मतदान दिवस के इतिहास और महत्व के बारे में विस्तार से अवगत कराया।
राज्यपाल के सचिव डॉ. पृथ्वीराज भी इस अवसर पर मौजूद रहे। जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर डा. जितेंद्र सोनी ने सभी का आभार जताया। समारोह में आदिवासी कलाकारों द्वारा “वोट तुम डारो रसिया, लोकतंत्र की सुनो पुकार मत खोना अपना अधिकार” पर नृत्य और संगीत प्रस्तुति दी।